लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने पार्टी कोच बुकिंग कैंसिल करने का आदेश जारी किया है. यह आदेश महाकुंभ के पहले स्नान से सात दिन पूर्व और अंतिम स्नान के सात दिन बाद तक लागू रहेगा.
वहीं, इसके लेकर आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताय कि नियम के मुताबिक सर्दी के मौसम में 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक बुकिंग नहीं होती है. ऐसे में इस आदेश में यह अवधि भी जुड़ जाएगी. इस तरह 15 दिसंबर से ही कोच बुक नहीं होंगे. यह रेलवे बोर्ड का नियम है, जिसे लागू किया गया है.
अजीत सिन्हा ने बताया कि अब होली के बाद ही बुकिंग खुलेगी. इस आदेश से सहालग में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. वहीं, तीर्थ जाने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक, त्योहार के सीजन में पार्टी कोच की बुकिंग नहीं की जाती है, क्योंकि इस दौरान कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन होता है. ऐसे में शादी, पार्टी और तीर्थ आदि के लिए अतिरिक्त कोच नहीं मिल पाते हैं. हालांकि, यह नियम दशहरा, दीपावली, छठ, होली, गर्मी और ठंड की छुट्टियों के दौरान होता है. चूंकि ये नियम हर समय लागू रहता है, लेकिन इस बार महाकुंभ भी पड़ रहा है, ऐसे में अब मार्च तक बुकिंग नहीं होगी. पार्टी कोच की बुकिंग ऑनलाइन ही होती है. ऐसे में इस पर रोक लगा दी गई है. ऑनलाइन आवेदन मंजूर नहीं किए जा रहे हैं.
होली के बाद होगी बुकिंग: बता दें कि महाकुंभ का आखिरी स्नान 26 फरवरी को है. रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक, अंतिम स्नान के सात दिन बाद तक बुकिंग नहीं होगी. ऐसे में पांच मार्च तक यह बैन रहेगा. उसके बाद 14 मार्च को होली पड़ रही है. ऐसे में होली के सात दिन पहले और सात दिन बाद तक बुकिंग नहीं होगी. यह सात दिन सात मार्च से लागू होंगे, जो 21 मार्च तक होंगे. ऐसे में देखा जाए तो 15 दिसंबर से 21 मार्च तक पार्टी कोच की बुकिंग नहीं होगी.
सहालग में होती भरपूर बुकिंगः सहालग दिनों में पार्टी कोच की बुकिंग खूब होती है. कई बार डेस्टिनेशन वेडिंग और दूसरे शहरों में जाने वाली बारात को लेकर बुकिंग की जाती है. लखनऊ में हर साल करीब 300 से ज्यादा बुकिंग होती हैं. ऐसे में ये सभी बुकिंग अब नहीं होंगी.
महाकुंभ से पहले मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू करेगा रेलवे : वहीं, महाकुंभ 2025 को लेकर रेलवे लखनऊ समेत कई शहरों से प्रयागराज के लिए मेमू ट्रेनों का संचालन करेगा. यात्रियों को इन ट्रेनों की पूरी जानकारी मिल सके. इसके लिए इनको पहले ही चलाने की योजना है. इससे यात्रियों को जानकारी हो सकेगी कि उनके शहर से किस समय पर कितनी मेमू चल रहीं हैं. लखनऊ से प्रयागराज तक दिसंबर के दूसरे सप्ताह से मेमू ट्रेन के चलाये जाने की योजना है. इसके अलावा बनारस, अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ से भी कई पैसेंजर और मेमू ट्रेनों को चलाये जाने का प्लान है.
महाकुंभ में इस बार 50 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की योजना है. महाकुंभ में स्नान के लिये सबसे ज्यादा भीड़ होगी. देश भर के कोने-कोने से स्पेशल ट्रेनों को चलाये जाने की योजना के बीच उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने निर्णय लिया है कि आसपास के शहरों से भी प्रयागराज के लिए मेमू ट्रेनों का संचालन किया जाए. आसपास के श्रद्धालुओं को आसानी से पहुंचाया जाएगा. इसके लिए विभिन्न शहरों से करीब 100 से ज्यादा मेमू ट्रेनें दौड़ सकती हैं. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों के मुताबिक इन ट्रेनों का संचालन दो से तीन सप्ताह पहले से प्रारंभ कर दिया जाएगा जिससे इन ट्रेनों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार हो सके.
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