जबलपुर/उमरिया. शहर की होनहार बेटी अश्विनी कोष्टा और उनके मित्र अनीश अवधिया की पुणे में एक बिगडै़ल शराबी रईसजादे ने कार चढ़ाकर जान ले ली. पर नाबालिग होने की वजह से उसे महज निबंध लिखने और ट्रैफिक पुलिस के साथ कुछ दिन काम करने की शर्त पर छोड़ दिया गया. जुवेनाइल कोर्ट के इस फैसले की पूरे देश में आलोचना हो रही है. इस फैसले को लेकर राहुल गांधी ने देश की कानून व्यवस्था और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
वीडियो शेयर कर बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा,'' नमस्कार मैं राहुल गांधी... बस ड्राइवर, ट्रक ड्राइवर, ओला, ऊबर और ऑटो ड्राइवर अगर गलती से किसी को मार देते हैं, तो 10 साल की जेल हो जाती है और चाबी उठाकर फेंक दी जाती है. लेकिन अगर किसी अमीर घर का 16-17 साल का बेटा पोर्शे कार को शराब पीकर चलाता है और दो लोगों की हत्या कर देता है तो उसे कहा जाता है कि निबंध लिख दो.''
पुणे हादसे के जरिए पीएम पर निशाना
राहुल गांधी ने वीडियो में आगे कहा, '' ऐसे हादसों में बस ड्राइवर, ट्रक ड्राइवर से ऐसे (निबंध) क्यों नहीं लिखाते? ऑटो ड्राइवर, ओला या ऊबर ड्राइवर से क्यों नहीं लिखाते?'' राहुल गांधी आगे कहते हैं, ''नरेंद्र मोदी से पूछा गया, दो हिंदुस्तान बन रहे हैं. एक अरबपतियों का और एक गरीबों का, तो उनका जवाब आता है कि क्या मैं सबको गरीब बना दूं?'' राहुल ने कहा, ''सवाल ये नहीं है, सवाल न्याय का है. अमीरों को-गरीबों को, दोनों को न्याय मिलना चाहिए. न्याय सबके लिए एक जैसा होना चाहिए. इसलिए हम लड़ रहे हैं और अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं.''
क्या है पुणे पोर्शे कार हादसा?
बता दें कि शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पुणे के एक नाबालिग रईसजादे ने 200 की रफ्तार में कार चलाकर एक बाइक को टक्कर मार दी थी. ये हादसा इतना भीषण था कि बाइक पर सवार टेक इंजीनियर जबलपुर की अश्विनी और उमरिया के अनीश की मौके पर ही मौत हो गई. बिल्डर का रईसजादा बेटा 12th क्लास में पास होने का जश्न मना रहा था और उसने इस घटना को अंजाम देने के पहले जमकर शराब पी थी. क्लब से निकलते ही उसने अपनी 5 करोड़ कीमत की लग्जरी पोर्शे कार को 200 की रफ्तार में दौड़ाया और सड़क पर जा रही अश्विनी और उनके दोस्त अनीश को तेज रफ्तार में उड़ा दिया. हादसा इतना भयानक था कि अश्विनी कोष्टा टक्कर से 20 फीट तक उछल गई और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. अनीश ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया, जिसके बाद लोगों ने बिगडै़ल रईसजादे को कार से निकालकर जमकर पीटा.
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नाबालिग के पिता को किया गया गिरफ्तार
इस घटना में आरोपी को नाबालिग मानते हुए छोड़े जाने से पूरे देश में आक्रोश है, जिसके बाद मंगलवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दखल के बाद नाबालिग के पिता और जानेमाने बिल्डर को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अब सेशन कोर्ट से अपील कर रही है कि इस मामले में आरोपी को बालिग की तरह ट्रीट किया जाए क्योंकि यह एक तरह का जघन्य अपराध है.
2 लोगों की जान गई और आरोपी को महज निबंध लिखने की सजा
इस घटना का सबसे हैरान करने वाला पहलू ये है कि आरोपी को निबंध लिखने की सजा देकर छोड़ कुछ ही घंटों में छोड़ दिया जाता है. सुनने में अटपटा लगे पर ये सच है. नशे में धुत्त होकर खतरनाक रफ्तार से पोर्शे कार चलाने वाले इस आरोपी ने दो लोगों की जान ले ली और किशोर न्याय बोर्ड ने उसे आसानी से जमानत दे दी. आदेश में कहा गया, '' किशोर सड़क दुर्घटनाओं और उनके समाधान के विषय पर 300 शब्दों का एक निबंध लिखेगा.''