लखनऊ : कांग्रेस सांसद और सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. एक दिन पूर्व ही उन्होंने आरक्षण को लेकर एक बयान दिया. इस पर राजनीतिक दलों ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है. आरक्षण और जातीय जनगणना के मुद्दे पर लगातार भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस को घेरने में लगी है.
3. इससे स्पष्ट है कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती है तो इन उपेक्षित SC/ST/OBC वर्गों के वोट के स्वार्थ की खातिर इनके हित व कल्याण की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जब सत्ता में रहती है तो इनके हित के विरुद्ध लगातार कार्य करती है। ये लोग इनके इस षडयंत्र से सजग रहें।
— Mayawati (@Mayawati) September 11, 2024
बीएसपी मुखिया मायावती इन दिनों राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर जोरदार प्रहार कर रहीं हैं. हाल ही में आरक्षण को लेकर दिए गए बयान पर मायावती राहुल गांधी पर तिलमिला उठीं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि आरक्षण में कांग्रेस पार्टी ने धोखाधड़ी की है और यह पार्टी कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा सकती है. राहुल गांधी झूठी बयानबाजी कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक्स पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. लिखा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं. स्पष्टतः गुमराह करने वाली गलतबयानी है. केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर SC/ST का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण है.
मायावती ने कहा कि राहुल गांधी का ये बयान कि देश में आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात भी छलावा है, क्योंकि इस मामले में अगर इनकी नीयत साफ होती तो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में यह कार्य जरूर कर लिया गया होता. कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण लागू किया और न SC/ST आरक्षण को सही से लागू किया.
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र में काफी लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण लागू नहीं किया और न ही देश में जातीय जनगणना कराई. अब यह पार्टी इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है. इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी.