कांकेर : कांकेर कलेक्ट्रेट कार्यालय में हर मंगलवार को जनदर्शन का आयोजन किया जाता है. इस दौरान कांकेर कलेक्टर लोगों की समस्याएं सुनकर उसका निराकरण की पहल करते हैं. इसी कड़ी में आज भी जनदर्शन लगाया गया, जिसमें जिले के कई जगहों से आए ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा.
जनदर्शन में उमड़ी ग्रामीण की भीड़ : जिला कलेक्ट्रेट कार्यलय कांकेर में मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन लगाया गया. जहां कोई व्यक्ति 120 किमी को कोई 70 किमी दूर से अपनी समस्या लेकर कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे थे. किसी के गांव में पुल नहीं है तो कहीं सड़क नहीं. कहीं धान खरीदी केंद्र नहीं होने से लोगों को पर्शानी हो रही तो कही कोई प्रशानिक अधिकारी से तंग है. आज पूरा कलेक्ट्रेड कार्यलय अपनी समस्या लेकर आए ग्रामीणों के हुजूम से भरा पड़ा था.
सड़क पुलिया नहीं होने से बढ़ी ग्रामीणों की समस्या : जनदर्शन में आए ग्राम डुवाल के ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव में सड़क-पुल पुलिया नहीं है. ऐसे में भारी बारिश होने पर गांववालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नाले में बाढ़ आने से रास्ते बंद हो जाते हैं और हम दूसरे गांव नहीं जा पाते हैं.
गांव पहुंचने के लिए अभी भी हम पगडंडी से आते जाते हैं. सड़क नहीं है, नदी-नालों में पुल नहीं है. स्कूली बच्चों को आने जाने में दिक्कत होता है. राशन लाने में भी दिक्कत होती है. : देव सिंह, ग्रामीण
120 किमी सफर तय कर जनदर्शन में पहुंचे ग्रामीण : नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा के दर्जनों ग्रामीणों ने 120 से ज्यादा किमी दूर का सफर तय कर पहुंचे. उन्होंने स्कूल में बाउंड्रीवाल और स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग की है. एक ग्रामीण देव दुग्गा ने बताया कि हमारा क्षेत्र नदियों से घिरा हुआ है, जिसमें पुल नहीं है. इसीलिए बच्चों को और हमें दूसरे गांव जाने में परेशानी होती है.
हमने माध्यमिक स्कूलों के उन्नयन करा कर हाई स्कूल की मांग की है. खेल के मैदान, बाउन्ड्रीवाल, धान उपार्जन केंद्र की मांग को लेकर हम आए हैं. : देव दुग्गा, ग्रामीण
धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग : कांकेर के दुर्गुकोंदल से आए दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि वे अपने आश्रित गांव को ग्राम पंचायत से अलग करने आवेदन देने आए हैं. गोटिटोला के ग्रामीणों ने भी धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में अपनी अर्जी दी है.
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने हाल ही में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि छोटे-मोटे काम के लिए आम लोगों को राजधानी नहीं आना पड़े. छोटे-मोटे काम जिला स्तर पर ही पूरे हो जाने चाहिए. जिसके बाद वनांचलों के जिला कलेक्टर कार्यालयों में समस्याओं के निपटारे के लिए जनदर्शन लगाया जा रहा है.