प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की ओर से पीसीएस जे परीक्षा की कॉपियां बदले जाने की पुष्टि करने के बाद अब परीक्षा परिणाम भी बदले जाने की संभावनाएं दिख रही है. जिसके बाद भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के साथ ही इस गड़बड़ी की शिकायत को लेकर याचिका दाखिल करने वाले अभ्यर्थी के वकील भी परीक्षा परिणाम प्रभावित होने की बात कर रहे हैं. इसी के साथ UP PSC से जुड़े लोगों का भी यही कहना है कि, 50 कॉपियों के बदले जाने की गलती को सही किया जायेगा तो परीक्षा परिणाम भी प्रभावित होना तय दिख रहा है.
PCS J को लेकर हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई से भर्ती परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा में सफलता हासिल करके मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले उन अभ्यर्थियों में आस जग गई जो चंद नंबरों से पिछड़ गए थे. ऐसे अभ्यर्थियों की मांग है कि, जिनकी कॉपियां बदली गयी हैं उन्हें सफल घोषित किया जाए या पीसीएस जे 2022 की भर्ती परिणाम को रद्द कर फिर से परीक्षा करवायी जाए. वहीं इस मामले की अगली सुनवाई अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में 8 जुलाई को होगी. वहीं यूपी लोकसेवा आयोग से जुड़े एक्सपर्ट्स भी इस बात को मानते हैं कि, बड़ी चूक हुई है जिसका असर भर्ती परीक्षा परिणाम पर भी पड़ना तय माना जा रहा है.
वहीं पीसीएस जे 2022 की मुख्य परीक्षा में कुछ नंबरों से असफल होने वाली अभ्यर्थी संगीता चौधरी का कहना है कि, उनकी भी कॉपी में गड़बड़ी हुई है और उन्हें 25 जुलाई को कॉपी देखने के लिए आयोग की तरफ से समय मिला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी कॉपी बदली हुई है. क्योंकि उन्होंने जितना लिखा था उस उम्मीद से कम अंक मिले हैं. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की है कि सभी अभ्यर्थियों के साथ इंसाफ किया जाए. और इस भर्ती परिणाम को निरस्त कर पुनः परीक्षा करवायी जाए या जिनकी कॉपी बदली गयी है उसमें सफल अभ्यर्थियों को नौकरी दी जाए.
हाईकोर्ट में इस परीक्षा को लेकर दायर याचिकाकर्ता और अभ्यर्थी श्रवण पांडेय के वकील का कहना है कि, कोर्ट से अभ्यर्थियों को इंसाफ मिलेगा. अधिवक्ता विभु राय का कहना है कि, मामले की सुनवाई के लिए 8 जुलाई की तारीख तय की गयी है. उन्होंने उम्मीद जतायी है कि, आयोग की गलती की वजह से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होगा.