श्रीगंगानगर : जिले के सूरतगढ़ में काले हिरण के शिकार के बाद फैला आक्रोश अब तक शांत नहीं हुआ है. डीएफओ और वन रेंजर को हटाने की मांग के चलते धरने का बुधवार को चौथा दिन है. मंगलवार दोपहर से हाईवे पर जाम लगा हुआ है. हिरण के मृत शरीर को डीप फ्रीज में रखकर रात भर प्रदर्शनकारियों ने धरनास्थल पर जागरण का आयोजन किया.
वार्ता में नहीं हो रही सहमति : बिश्नोई मंदिर समिति, बुड्ढा जोहड़ के प्रधान अरविंद बिश्नोई का कहना है कि जब तक लापरवाह डीएफओ और सूरतगढ़ के वन रेंजर को सस्पेंड नहीं किया जाता तब तक न तो धरना खत्म होगा और न ही हाईवे खुल पाएगा. कल कई बार प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच बातचीत हुई, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे. दोपहर बाद वे हाईवे की ओर बढ़े और इसे जाम कर दिया. जिला कलेक्टर लोकबंधु और एसपी गौरव यादव ने भी प्रदर्शनकारियों से वार्ता की. उन्होंने आश्वासन दिया कि डीएफओ और रेंजर को निलबिंत करने की अनुशंषा की जाएगी, लेकिन प्रदर्शनकारी लिखित में ससपेंड करने के आदेश की मांग पर अड़े हुए हैं.
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पुलिस ने वाहनों को किया डाइवर्ट : हाईवे जाम होने की वजह से पुलिस ने वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट किया. मृत हिरण का शव डीप फ्रीज में रखा हुआ है और प्रदर्शनकारी लगातार धरना दे रहे हैं. धरनास्थल पर बड़ी संख्या में वन्यजीव प्रेमी और बिश्नोई समाज के लोग मौजूद हैं. बिश्नोई मंदिर समिति, बुड्ढा जोहड़ के प्रधान अरविंद बिश्नोई ने बताया कि रात भर जागरण हुआ और बुधवार को भी बीकानेर, नोखा और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग धरने में शामिल हो रहे हैं.
क्या है मामला : चार दिन पहले सूरतगढ़ के वन क्षेत्र में शिकारी ने गोली मारकर एक काले हिरण की हत्या कर दी थी. इस घटना से वन्यजीव प्रेमियों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए धरना शुरू किया. बता दें कि पिछले दो महीनों में यह हिरणों के शिकार की तीसरी घटना है. प्रदर्शनकारियो का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही से शिकारी पकड़े नहीं जाते. ऐसे में डीएफओ और वन रेंजेर को सस्पेंड करने की मांग की जा रही है.
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