भिवानी: जिला के गांव सिंघानी स्थित एक महिला कॉलेज की बीए फाइनल वर्ष की दलित छात्रा द्वारा फीस भरने के लिए प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. मृत छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत में कॉलेज की प्राचार्य सहित चार लोगों पर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है. वहीं पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आज परिजनों ने विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया.
पुलिस पर केस दर्ज करने में आनाकानी का आरोपः परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा पहले मामला दर्ज करने में आनाकानी की गई. वहीं मृत छात्रा के पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण बयान भी दर्ज नहीं हो पाया था. अब पुलिस ने मृत छात्रा दीक्षा के आत्महत्या मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
छात्रा आत्महत्या मामले में मृत छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत के आधार पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया गया है. मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है. तफ्तीश में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाएगी.- जितेंद्र सिंह,थाना प्रभारी, लोहारू
कॉलेज ने पेपर देने से रोका थाः पुलिस को दी गई शिकायत में मृत छात्रा के पिता जगदीश ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी प्राइवेट कॉलेज में पढ़ती थी. आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण वे अपनी बेटी दीक्षा की फीस समय पर जमा नहीं करवा पाये. इस कारण कॉलेज प्रशासन ने मेरी बेटी को बीए फाइनल वर्ष के पांचवें सेमेस्टर का पेपर नहीं देने दिया.
दीक्षा को कॉलेज से निकालने का आरोपः पिता ने आरोप लगाया कि दीक्षा को कॉलेज से निकाल दिया गया था. इसके बाद से बेटी मानसिक रूप से परेशान रहने लगी. दीक्षा के पिता ने बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
आंदोलन तेज करने की चेतावनीः मामले में प्रदर्शनकारी अनूप, समुंद्र सिंह और आकाश ने कहा कि वे पीड़िता को न्याय दिलाए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हैं. जल्द ही इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे प्रदर्शन तेज करने पर मजबूर होंगे. जरूरत पड़ी तो वे लोग इस मामले में धरने पर भी बैठेंगे.