अलीगढ़ : अलीगढ़ में मीरा बाबा मठ पर अवैध कब्जा करने के मामले में हिंदू समुदाय के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया. हिंदू पक्ष की मांग है कि मीरा बाबा मठ से मुसलमान का कब्जा हटाया जाए. वहीं कब्जा नहीं हटाए जाने पर हिंदू पक्ष पलायन के लिए मजबूर होगा. आरोप है कि फर्जी दस्तावेज के सहारे वक़्फ़ बोर्ड के जरिए मीरा बाबा मठ पर कब्जा किया गया है. यह घटना थाना अतरौली के खेड़ा गांव का मामला है. इस दौरान ग्रामीण अपने हाथों में पोस्टर और पेपर लेकर प्रदर्शन किया.
अतरौली में गांव खेड़ा स्थित मीरा बाबा मठ पर वक़्फ़ बोर्ड के सहयोग से गैर समुदाय के व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है. बताया जा रहा है की मठ पर 150 साल से हिंदू समाज पूजा अर्चना करता आ रहा है. यहां मान्यता है कि मीरा बाबा मठ के स्थान पर श्रद्धा भाव से जात लगाने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मीरा बाबा मठ का यह स्थान दूर-दूर तक प्रसिद्ध है. आषाढ़ माह में हर मंगलवार को जात लगाने दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. यहां स्वास्तिक बनाकर नारियल, चुन्नी, प्रसाद अर्पित करके पूजा - अर्चना की जाती है. बच्चों का मुंडन किया जाता है . शादीशुदा जोड़ों का श्रृंगार का सामान भी यहां चढ़ाय़ा जाता है.
अखंड भारत हिंदू सेना के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि खेड़ा में मीरा बाबा मठ का स्थान है. हिंदू लोग यहां पूजा अर्चना करते हैं. उस पर वक्फ बोर्ड की मिली भगत से यूनुस खान नाम के व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है. इसमें अतरौली के तहसीलदार और पुलिस के लोगों की मिली भगत है. आषाण माह में हजारों हिंदू श्रद्धालु यहां मंगलवार को पूजा करने आते हैं. उन्होंने कहा कि 24 घंटे में यूनिस अली पर कार्रवाई होनी चाहिए. अगर जगह कब्जा मुक्त नहीं होती है तो स्थानीय हिंदू पलायन के लिए बाध्य होंगे.
स्थानीय हिंदुओं का आरोप है की विशेष समुदाय के व्यक्ति यूनुस अली ने इस पर कब्जा कर रखा है. स्थानीय निवासी व गांव के प्रधान अमित ने बताया कि जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गई सूचना में प्रशासन द्वारा बताया गया कि यह भूमि वक़्फ़ बोर्ड में अंकित नहीं है. फिर यह जगह वक़्फ़ बोर्ड कमेटी को किस आधार पर दिया गया. प्रशासन द्वारा मीरा बाबा मठ पर लगने वाले मेले का ठेका भी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मीरा बाबा मठ के नाम से ही उठाया गया है. वहीं, हिंदू समुदाय के लोगों ने 24 घंटे में इस जगह को कब्जा मुक्त किए जाने की मांग की है . वहीं गांव के प्रधान अमित ने बताया कि जिलाधिकारी विशाख जी ने मामले को लेकर अतरौली एसडीएम को बुलाकर बात की है. मठ पर लगने वाले मेला जिला प्रशासन की देखरेख में लगेगा. वहीं मेला खत्म होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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