कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर नीट यूजी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक के आरोप लगाया जा रहे हैं. इसके अलावा 67 स्टूडेंट के 720 में से 720 यानी परफेक्ट स्कोर बने हैं, जिसको लेकर भी कई स्टूडेंट आपत्ति जाता रहे हैं. इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि कुछ बच्चों की समय की हानि परीक्षा के दौरान हुई थी, जिन्हें ग्रेसिंग मार्क्स भी दिए गए हैं. इस पूरे मुद्दे को लेकर राजनीति से लेकर कोचिंग, हॉस्टल, स्टूडेंट और उनके पैरेंट्स भी उद्वेलित हैं. टीचर्स भी इस मामले को लेकर मांग उठा रहे हैं.
लगातार लंबे समय से सभी लोग नीट यूजी की परीक्षा में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के रवैये पर आपत्ति जाता रहे हैं और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को प्रोफेशनल नहीं बताया जा रहा है. उन सब का कहना है कि जितनी भी गड़बड़ी हो के आरोप नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर लग रही है. उन पर एक-एक पर स्पष्टीकरण एजेंसी को जारी करना चाहिए. इसी क्रम में आज कोटा कलेक्ट्रेट पर भी कुछ स्टूडेंट पहुंचे थे. उन्होंने जिला कलेक्टर को नीट यूजी परीक्षा के संबंध में ज्ञापन सौंपा है.
इस मुद्दे को कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के सीईओ नितिन विजय और छात्रों के मुद्दों को उठाने वाले अंशु महाराज भी उठा रहे हैं. सोशल मीडिया पर लगातार इस संबंध में आरोप लग रहे हैं. इन सभी लोगों का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को एक-एक मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए. यहां तक कि कुछ लोग तो परीक्षा को ही दोबारा आयोजित करने के संबंध में री-नीट के नाम से ट्रेंड सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर कर रहे हैं.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पहले यह घोषणा की थी कि 14 जून को नीट यूजी का परिणाम जारी किया जाएगा, लेकिन पहले ही यह परिणाम 4 जून को जारी कर दिया और इस दिन देश के आम चुनाव का परिणाम भी आने वाला था. ऐसे में कैंडीडेट्स यह मांग भी कर रहे हैं कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने गड़बड़ियों से बचने और यह मुद्दा नहीं बने, इसलिए पहले ही इसे जारी कर दिया है.
हालांकि, इन सब मुद्दों पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नोटिफिकेशन भी जारी किया है, जिसमें कहा है कि पेपर लीक न तो पुलिस ने माना है, ना हीं किसी अन्य एजेंसी ने यह बात कही है. ऐसे में पेपर लीक नहीं हुआ है. वहीं, कुछ कैंडिडेट ने गड़बड़ी की थी, उन पर एक्शन लिया जा रहा है.