पटना: मुख्यमंत्री आवास के बाहर उस समय अफरा-तफरा मच गई, जब अचानक कुछ लोगों ने पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इन लोगों ने पुलिस-प्रशासन का पुतला भी फूंका. हालांकि पुलिस जवानों ने फौरन प्रदर्शनकारियों को हटाया. सीएम हाउस के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार एनडीए के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी.
कौन थे प्रदर्शनकारी?: पुतला जलाने वाला राजेश कुमार सिंह पटना जिले के दानापुर से आया था, उसके साथ कुछ अन्य लोग भी थे. राजेश के साथ आया अवनीत ने बताया कि कुछ दिनों पहले सगुना मोड़ के पास अपार्टमेंट में दो बच्चों का आपस में झगड़ा हुआ. जिसके बाद परिवार की महिला को स्कॉर्पियो चढ़ाकर मार डाला गया लेकिन पुलिस-प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उसी के विरोध में हमलोगों ने पुलिस-प्रशासन का पुतला जलाया है.
क्यों जलाया पुलिस का पुतला?: वहीं, पुलिस ने पुतला जलाने वाले शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. असल में दानापुर में 20 दिन पहले एक दुखद घटना घटी थी. इन लोगों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही है. बताया जाता है कि पहले से ही इन लोगों ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन और पुतला जलाने की बात कही थी लेकिन यह शायद पुलिस-प्रशासन की ही चूक है कि उन्हें बैठक से पहले वहां आने से नहीं रोका गया.
"20-25 दिन पहले सगुना मोड़ के पास बच्चों की लड़ाई के बाद रंजिश के तहत कैंपस के अंदर उसकी मां पर स्कॉर्पियो चढ़ाकर हत्या कर दी. शिकायत के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसी को लेकर हमलोग पुतला जलाने आए थे."- अवनीत कुमार सिंह, प्रदर्शनकारी राजेश का साथी
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