पटना: बिहार में 13 जून को नौकरी से निकाले जाने से आक्रोशित अमीनों सोमवार को शास्त्री नगर राजस्व कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने जा रहे थे. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और अमीनों पर लाठी चला दी. इस दौरान उन्हें बलपूर्वक रोका गया और खदेड़ दिया गया.
गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने जा रहे थे: वहीं, अमीनों का कहना है कि वे गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने बीच रास्ते में उनपर बलप्रयोग किया. उनका कहना था कि सरकार ने हम लोगों के साथ अन्याय किया है. हम लोग पूरे बिहार में काम कर रहे थे. इसके बावजूद हमें नौकरी से हटाया गया.
जिला प्रशासन ने दिया था परमिशन: इधर, प्रदर्शन करने आए पटना जिला के सीतेश कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन ने हम लोगों को गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना देने का परमिशन दिया था. हमलोग वही जा रहे थे. तभी रास्ते में ही पुलिस ने हमलोगों को बेवजह खदेड़ दिया. इस दौरान कई साथियों को लाठी से भी मारा गया.
"हम अपनी हक की लड़ाई लड़ने के लिए पटना आए हैं. लेकिन जिला प्रशासन हम लोगों को खदेड़ रहे है और लाठी से पीट रहे है. यह ठीक नहीं हो रहा है. ऐसे में अब निश्चित तौर पर हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक फिर से सरकार हमें नौकरी पर नहीं रख लेती. प्रशासन कुछ भी कर लें हम लोग अपनी मांग को लेकर आंदोलन करते ही रहेंगे" - सितेश कुमार, अमीन
2019 में निकला था विज्ञापनः बता दें कि 2019 में राजस्व विभाग ने 5 कोटि के पदों के लिए 6 हजार 875 रिक्तियों के विरुद्ध विज्ञप्ति जारी की थी. इन सभी पदों के लिए संविदा पर बहाली के लिए विज्ञप्ति निकाली गई थी. इन पदों में 550 पद सर्वेयर अमीन के लिए भी थे. नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद 2021 में इन सर्वेयर अमीनों की बहाली हुई थी. यानी 4 वर्षों तक काम करने के बाद अब सरकार ने इन्हें हटाने का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले से अमीनों में खासी नाराजगी देखी जा रही है.
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