भिलाई : सेल में जापानी कंपनी को एफएसएनएल सौंपने के आदेश को कैंसिल करवाने के लिए फेरी स्क्रैप निगम लिमिटेड (एफएसएनएल) के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मचारी और अधिकारी मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं. सेल की सभी यूनिट्स में हड़ताल किया जा रहा है. करीब 3 हजार कार्मिकों के हड़ताल पर होने की वजह से कामकाज पूरी तरह से ठप है. आपको बता दें कि एफएसएनएल स्टील सेक्टर का एक अभिन्न अंग है. जिसका कैबिनेट ने निजीकरण का निर्णय लिया है.
क्यों हो रहा है निजीकरण का विरोध : हड़ताल को लेकर एफएसएनएल यूनियन प्रेसिडेंट अरुण सिंह सिसोदिया ने बताया कि 3000 करोड़ से अधिक की राष्ट्रीय संपत्ति को केवल 320 करोड़ में जापान की एक निजी पार्टी को सौंपा जा रहा है. एफएसएनएल को बिक्री सूची में शामिल किए जाने के बाद से इसके निजीकरण और विनिवेश के खिलाफ लगातार संघर्ष हो रहा है.
'' कैबिनेट के एफएसएनएल के निजीकरण के फैसले के खिलाफ इस्पात उद्योग के हर कोने में अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत भिलाई में स्थित फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड कार्यालय के सामने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन हो रहा है. कंपनी में कार्यरत कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए हैं. सीटू इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए आंदोलनकारी कर्मियों के साथ अपनी एकजुटता दिखा रहा है.'' अरुण सिंह सिसोदिया, प्रेसिडेंट एफएसएनएल यूनियन
वहीं एनएसएनएल के कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण का हम विरोध कर रहे हैं, निजीकरण होने से हमारा परिवार सड़क पर आ गया जाएगा.
''जापान की कंपनी ने अब कंपनी को खरीद लिया है, अब हमें काम पर रखना या नहीं रखना जापान की कंपनी के हाथ में है. अब हमें निकाल दिया जाता है तो हम रोड पर आ जाएंगे. इसी से हमारा परिवार चलता है.''- विक्की,कर्मचारी एफएसएनएल
आपको बता दें कि इस आंदोलन में एफएसएनएल के अधिकारियों-कर्मचारियों के समर्थन में इंटक से संबंधित यूनियन भी सड़क पर उतरी है.इंटक के मुताबिक हड़ताल सेल के सभी यूनियन भिलाई, राउरकेला, इस्को बर्नपुर, दुर्गापुर, बोकारो स्टील प्लांट में एक साथ हड़ताल हो रही है.