चमोली: चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है. तमाम विभागों की तैयारियों की भी सरकार मॉनिटरिंग कर रही है. चारधाम यात्रा में व्यवस्थाएं बनाने के लिए इस बार सरकार ने यात्रियों की संख्या को सीमित किया है. जिसका अब विरोध होना शुरू हो गया है. बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल गिया है. इसे लेकर बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने सीएम धामी को ज्ञापन भेजा है.
बदरीनाथ होटल एसोसिएशन का कहना है बदरीनाथ धाम में एक दिन में 25000 श्रद्धालु रुक सकते हैं. इसके बाद भी सरकार के 18000 तीर्थ यात्रियों के पंजीकरण की बात कर रही है. बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने धाम में आंतरिक सड़क को यात्रा से पहले सुचारु करने की मांग की है. साथ ही 5 मई तक बिजली , पानी की व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने की मांग भी बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने की है.
बदरीनाथ होटल एसोसिएशन ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजते हुए कहा अगर सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन बदरीनाथ बंद का आह्वान किया जाएगा. बदरीनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहरा ने बताया तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण करना जरूरी ,है लेकिन यात्रियों की संख्या सीमित नहीं की जानी चाहिए.
सरकार के द्वारा सीमित संख्या में धाम में यात्रा करने की जो बात कही जा रही है उसको लेकर यात्रियों की जेब में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. यात्री सस्ते दामों में बदरीनाथ और अन्य धामों में रुक कर दर्शन कर पाएंगे. ज्यादा संख्या में बदरीनाथ पहुंचने पर होटल व्यवसाय के दाम चार गुना बढ़ जाते हैं.
उत्तराखंड सरकार ने एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें 15 दिन तक VIP दर्शन नहीं हो पाएंगे. आम श्रद्धालुओं की तरह आपको भगवान के दर्शन करने होंगे. ऐसे में श्रद्धालु काफी खुश नजर भी आ रहे हैं. एक समान नजर से सरकार ने जिस तरह श्रद्धालुओं आकलन किया है. ऐसे में VIP दर्शन में रोक लगने से कहीं न कहीं देश-विदेश से जो श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर पहुंचते हैं. उनको अच्छे से दर्शन हो पाएंगे.
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