रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्न काल के दौरान स्कूलों में शिक्षकों के प्रमोशन का मुद्दा उठा. शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शिक्षकों के प्रमोशन के मुद्दे पर सवाल उठाया गया. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आगामी 6 महीने में शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. साथ ही 33 हजार नए शिक्षकों की भी भर्ती होगी. सरकार की कोशिश होगी कि आने वाले एक साल के अंदर हर एक स्कूल में शिक्षकों की पूर्ति हो जाए.
रिकेश सेन की जगह अनुज शर्मा ने पूछा सवाल : विधानसभा में विधायक रिकेश सेन ने स्कूल शिक्षा से संबंधित यह सवाल उठाया था. रिकेश सेन की गैरहाजिरी में विधायक अनुज शर्मा ने प्रश्न विधानसभा में रखा. अनुज शर्मा ने पूछा कि '' जिला दुर्ग के शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक, शिक्षक व्याख्याता, प्रधान पाठक( प्राथमिक शाला ), प्रधान पाठक (पूर्व माध्यमिक शाला) प्राचार्य (हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी ) के कितने पद स्वीकृत, कार्यरत और रिक्त हैं. इन स्वीकृत पदों के विरुद्ध प्रधान पाठक (प्राथमिक शाला), प्रधान पाठक (पूर्व माध्यमिक शाला), प्राचार्य (हाई स्कूल / हायर सेकेंडरी ) पद पर कितने प्रभारी काम कर रहे हैं.''
250 स्कूल प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे : स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस सवाल का जवाब दिया. जिसके बाद विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि ''जवाब मिला है कि दुर्ग जिले में ढाई सौ से अधिक स्कूल प्रधान पाठक या प्रभारी प्राचार्य के भरोसे चल रहे हैं. करीब 1500 पद रिक्त हैं. प्रभारी के भरोसे जो स्कूल चल रहे हैं, इनमें कितने ऐसे शिक्षक हैं ,जिनका प्रमोशन ड्यू है.उनके पदों पर प्रमोशन नहीं हो पाया.''
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दिया जवाब : प्रभारी की व्यवस्था केवल अभी 2 महीने में नहीं हुई है. स्वाभाविक रूप से जो सीनियर व्याख्याता होते हैं, उन्हें प्रिंसिपल का प्रभार दिया जाता है. जो इस स्कूल में रहते हैं. प्रमोशन की कार्रवाई भी कई वर्षों से नहीं हुई है. दो दिन पहले ही अपने बजट भाषण में उन्होंने कहा है कि 1 साल के अंदर कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा प्रमोशन करें. नई भर्ती के माध्यम से भी पदों को भरा जाएगा.
विधायक अनुज शर्मा ने जानना चाहा कि कितने शिक्षकों का प्रमोशन ड्यू है. उसकी लिस्ट उन्हें उपलब्ध कराई जाए. साथ ही ये भी कहा कि यह चिंता का विषय है कि एक ही जिले में 1500 शिक्षक के पद खाली हैं.ऐसे में बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी.इसे देखते हुए क्या वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
1 साल में प्रमोशन और भर्ती दोनों : इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि ''उनके पास पूरे प्रदेश के आंकड़े हैं.पिछले 5 सालों में भर्ती की प्रक्रिया को पेंडिंग में डाल दिया गया था. पिछले 5 साल में जो भर्ती की गई, उनमें करीब 4 हज़ार से ज्यादा शिक्षकों को अपॉइंटमेंट नहीं दिया गया. वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में हम अतिथि शिक्षक और शिक्षामित्र के माध्यम से ऐसी व्यवस्था करेंगे.जिससे बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत ना आए. हम 33 हज़ार शिक्षकों की भर्ती करने जा रहे हैं. उसकी प्रक्रिया भी हमने प्रारंभ कर दी है. हमारी कोशिश है कि अगले 1 साल में हम अधिकांश शिक्षकों की पूर्ति कर देंगे. जो बचे हुए शिक्षक हैं, उनकी भी भर्ती हम जल्द से जल्द कर देंगे.''
विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री को रोका : उन्हें बीच में रोकते हुए स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ''आप सक्षम मंत्री हैं.एक साल की बात क्यों कर रहे हैं. आप बोलिए, 6 महीने के अंदर सारे पदों को भरा जाएगा. क्योंकि बरसों से यह पेंडिंग है. इसका आगे बढ़ना जरूरी हो गया है.''
इस पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ''अध्यक्ष महोदय का आदेश शिरोधार्य है. परंतु ये भी बताना चाहेंगे कि हमारे पास लगभग ढाई लाख शिक्षक हैं, जो अलग-अलग स्तर पर कार्यरत हैं. लेकिन 50 हजार से अधिक ऐसे शिक्षक हैं. जिनकी सीआर हमको नहीं मिल रही है. इसलिए ये कठिनाई है. हमारी कोशिश है कि हम इसको जितनी जल्दी हो सके 6 महीने के अंदर प्रमोशन और नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे.''