पटनाः महादलित महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके मान-सम्मान सुरक्षा और अधिकारों को प्रति जागरूक करने को लेकर पुरैनिया गांव में महादलित महिलाओं के बीच राष्ट्रीय महिला समारोह का आयोजन किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एकजुट हुईं और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया.
महिलाओं को बताया पढ़ाई बेहद जरूरी: महिला एवं बाल विकास निगम के निदेशक वंदना प्रेयसी ने सभी महिलाओं को उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया. उन्होंने बताया कि अपने मान-सम्मान, सुरक्षा और अधिकार के प्रति जागरूक होकर अपने बच्चों को पढ़ाएं. समाज में पहचान बनाने के लिए पढ़ाई बेहद जरूरी है और सरकार द्वारा तमाम योजनाओं के प्रति जागरूक हों, तभी आप अपने अधिकार के प्रति लड़ पाएंगे.
"समय-समय पर कार्यक्रम कर महिलाओं के मान सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक किया जा रहा है. आज भी समाज में अगर एक महिला पढ़ती है तो पूरा परिवार पड़ जाती है, ऐसे में देश की तरक्की तभी होगी जब नारी की पहचान बढ़ेगी"- वंदना प्रेयसी, निदेशक, महिला एवं बाल विकास निगम
समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिशः वहीं नारी गुंजन के सचिव पदम श्री सुधा वर्गीज ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी महादलित महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का न सिर्फ प्रयास किया जा रहा है बल्कि उन्हें सशक्त भी किया जा रहा है. जहां नारी समान रूप से पुरुषों के साथ आगे नहीं बढ़ेगी वो देश में पूरी तरह विकसित नहीं हो सकता है. राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह के कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के बीच खेल प्रतियोगिता चित्रांकन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.
"महादलित महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. उन्हें सशक्त भी बनाने में भरपूर मदद की जाएगी. हमलोग उन्हें मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनने के लिए जागरूक कर रहे हैं. ताकि समाज का संपूर्ण विकास हो सके"- सुधा वर्गीज, सचिव, नारी गुंजन
ये भी पढ़ेंः मसौढ़ी में महायज्ञ कलश यात्रा में आस्था का जन सैलाब, विश्व शांति और कल्याण को लेकर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन