कोटा. थर्मल पावर प्लांट की सातों यूनिट्स के बंद होने के चलते कई जिलों में बिजली संकट गहरा गया है. शुक्रवार को रात 8 बजे के बाद कोटा थर्मल की सारी यूनिट्स बंद हो गई. इससे करीब 1200 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन किया जा रहा था. इस पावर प्लांट से बिजली सप्लाई कोटा और बूंदी के अलावा अन्य जिलों में भी की जा रही थी. वहीं, कोटा थर्मल के मुख्य अभियंता एके आर्य का कहना है कि कोटा थर्मल में किसी तरह का कोई फाल्ट नहीं आया है. यूनिट सकतपुर स्थित राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के 220 केवी के जीएसएस में आए फाल्ट के चलते ट्रिप हुई है.
थर्मल पावर प्लांट में बिजली उत्पादन बंद होने से कोटा शहर और बूंदी के आसपास अन्य जिलों में भी विद्युत सप्लाई बाधित हुई है. आधे से ज्यादा कोटा शहर अंधेरे में डूब गया है. पावर प्लांट से बिजली सप्लाई को सुचारु करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं. इसके पहले सकतपुर स्थित 220 केवी जीएसएस में फाल्ट होने की घटना भी सामने आई थी. इसके बाद भी कोटा थर्मल की यूनिट्स बंद हुई हैं. दूसरी तरफ सकतपुरा जीएसएस में फाल्ट आने के बाद विस्फोट की घटना भी हुई है.
कोटा थर्मल के मुख्य अभियंता एके आर्य का कहना है कि कोटा थर्मल में किसी तरह का कोई फाल्ट नहीं आया है. हमारी यूनिट सकतपुर स्थित राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के 220 केवी के जीएसएस में आए फाल्ट के चलते ट्रिप हुई है. यह 220 केवी का जीएसएस राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के अधीन है. अचानक इसमें फाल्ट आ गया. इसके चलते थर्मल से उत्पादित बिजली वहां भेजी जा रही थी, जिसको रिसीव करने का सिस्टम बंद हो गया. इसी के चलते थर्मल की सभी यूनिट्स अचानक बंद हो गई है. अब उनको रिस्टोर करने का प्रयास हम कर रहे हैं. जिस समय पर यह घटना हुई तब थर्मल अपनी पूरी क्षमता 1240 मेगावाट से सातों यूनिट को संचालित कर रहा था. अब इन यूनिटों को एक-एक कर रिस्टोर किया जाएगा. इसमें सुबह तक का समय लग सकता है. कोटा शहर के अधिकांश इलाकों में बिजली नहीं होने के कारण निजी बिजली कंपनी कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) के दफ्तर में लगातार फोन आ रह हैं.