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पटना में छोटे बच्चों के एडमिशन फॉर्म भरने का आज आखिरी दिन, फटाफट करें आवेदन - ADMISSION IN SCHOOLS IN PATNA

अगर आप अपने बच्चों का नाम अच्छे स्कूल में कराने के इच्छुक हैं तो आज फॉर्म भरने की आखिरी तारीख है. पढ़ें

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एडमिशन फॉर्म भरने का आज आखिरी दिन (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 31, 2024, 7:06 AM IST

पटना: पटना के सभी बड़े प्राइवेट स्कूल में छोटे बच्चों के एडमिशन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है. पटना के मिशन के स्कूल के अलावा सभी बड़े प्राइवेट स्कूल में नर्सरी को लेकर नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. वहीं पटना के एजी कॉलोनी में रहने वाले डॉ अविनाश पेशे से चिकित्सक हैं. छपरा में उनकी पोस्टिंग है लेकिन वह अभी से अपने बच्चों के एडमिशन को लेकर परेशान हैं.

बच्चों के एडमिशन की चिंता: डॉ अविनाश से ईटीवी भारत ने बातचीत की उनका कहना था कि पिछले दो वर्षों से अपने बेटे के एडमिशन के लिए वह परेशान है. 2024 में भी डॉन बॉस्को, लोएला एवं सेंट मैरी में अप्लाई किए थे. लेकिन किसी भी स्कूल में उनके बेटे अभिनव का एडमिशन नहीं हो पाया. इस बार भी वह अभी से पटना कई स्कूलों में ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. इस बार भी उनको इस बात की चिंता है कि उनके बच्चे का एडमिशन किस स्कूल में होता है.

"दो साल से बच्चे के एडमिशन के लिए परेशान हूं. पिछली बार भी कई स्कूलों का चक्कर लगाए बच्चों का एडमिशन नहीं हो सका. इस बार भी बच्चों के एडमिशन को लेकर मन अशांत है कि आखिर कहां होगा एडमिशन.'' - डॉ अविनाश, अभिभावक

एडमिशन बना मुश्किल काम: पटना के ही राजीव नगर के रहने वाले प्रवीण कुमार का कहना है कि इस बार उनको अपने बेटे का एडमिशन नर्सरी में करवाना है. पटना के डॉन बॉस्को, संत माइकल और डीएवी में अप्लाई किए हैं. अभी एक-दो स्कूल में और अप्लाई करना बांकी है. जनवरी माह में सबसे बड़ी परेशानी इसी बात को लेकर है कि अगले साल उनके बेटे का एडमिशन किस स्कूल में होता है.

"तीन स्कूल में अब तक फॉर्म जमा कर चुका हूं, कुछ और स्कूल में जमा करना है. अब देखना है कि बच्चों का एडमिशन हो पता है या नहीं'' - प्रवीण कुमार, अभिभावक

निजी स्कूल में आवेदन शुरू: 2025-26 सेशन के लिए राजधानी पटना के सभी बड़े निजी स्कूलों में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पटना के संत माइकल हाइस्कूल में LKG का एडमिशन फॉर्म 26 दिसंबर से ऑनलाइन मिलना शुरू हो गया है. info@stmichaelspatna.edu.in के वेबसाइट पर एलकेजी का एडमिशन फॉर्म 31 दिसंबर तक मिलेगा. LKG के एडमिशन फॉर्म की कीमत 1000 रुपये रखी गयी है.एलकेजी में 240 सीटें हैं.

नोट्रेडेम एकेडमी में क्या है आवेदन शुल्क: नोट्रेडेम मोंटेसरी स्कूल के नर्सरी में एडमिशन के लिये फॉर्म स्कूल की वेबसाइट पर चार जनवरी को जारी किया जायेगा.आवेदन की तिथि 1 जनवरी से 5 जनवरी तक स्कूल फॉर्म वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा. आवेदन के लिए 1000 रु शुल्क निर्धारित किया गया है. माउंट कार्मेल हाइस्कूल में नये सत्र 2025-26 में LKG का एडमिशन फॉर्म 11जनवरी से 12 जनवरी को स्कूल के वेबसाइट www.patnacarmel.com पर जारी कर दिया गया है. फार्म की कीमत 700 रु रखी गई है.

लोयोला मोंटेसरी के LKG में 30 सीट: लोयोला मोंटसरी के दूसरे चरण के लिए नर्सरी और एलकेजी का एडमिशन फॉर्म भरने का डेट आ गया है.3 और 4 जनवरी 2025 को स्कूल काउंटर से फॉर्म मिलेगा. यहां नर्सरी में 110 और LKG में 30 सीटों पर बच्चों का एडमिशन होगा. एडमिशन फॉर्म की कीमत 1000 रुपये रखी गयी है.

सेंट मैरी एकेडमी में 20 जनवरी तक मिलेगा फार्म: सेंट मैरी में नर्सरी में एडमिशन के लिए 16 जनवरी से 20 जनवरी तक फार्म उपलब्ध रहेंगे. एप्लीकेशन फॉर्म स्कूल के काउंटर से उपलब्ध होंगे. स्कूल में नर्सरी के लिए 80 सीट पर नामांकन होगा जिसमें 40 लड़का और 40 सीट लड़की के लिए रिजर्व है. फार्म की कीमत 800रु रखी गई है.

DAV में ऐसे होगा एडमिशन: DAV स्कूल में एडमिशन के लिए 14 जनवरी के बाद आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी. आवेदन स्कूल की वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध होगा.स्कूल के वेबसाइट https://davbsebpatna.org लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. फार्म की कीमत 1000रु रखी गई है. DAV स्कूल में तय सीट का 20% ही आम बच्चों के लिए उपलब्ध होता है.

डॉन बॉस्को में कैसे होगा एडमिशन: दीघा स्थित डॉन बॉस्को स्कूल के एडमिशन को लेकर आवेदन का डेट 20 दिसंबर को समाप्त हो गया. इस बार यहां फॉर्म भरने के लिए 1600रु फीस तय किए गए थे. आवेदन स्कूल के वेबसाइट www.dbpspatna.com पर उपलब्ध था.

बच्चों के लिए उम्र सीमा: आवेदन के लिए विभिन्न स्कूलों में बच्चों की उम्र की सीमा तय की गई है. नर्सरी में नामांकन के लिए बच्चों की उम्र 31 मार्च 2025 को साढ़े तीन से साढ़े चार वर्ष के बीच होनी चाहिए. बच्चों की उम्र की सीमा को लेकर स्कूल के वेबसाइट पर भी उम्र की सीमा के बारे में जानकारी दी गई है हर स्कूल में अलग-अलग उम्र सीमा को लेकर नियम बनाया गया है.

नामांकन के लिए जरूरी कागजात : स्कूल में फॉर्म भरने से पहले पेरेंट्स को बच्चों से जुड़े हुए कुछ डाक्यूमेंट्स दुरुस्त करने की जरूरत होगी. स्कूल के द्वारा जिन कागजातों की मांग की जा रही है.

  • बच्चों का नगर पालिका या नगर निगम द्वारा जन्म प्रमाण पत्र.
  • बच्चों का जन्म के समय टीकाकरण का कार्ड, बच्चों का और बच्चे के माता-पिता का आधार कार्ड.
  • बच्चों का पासपोर्ट साइज फोटो एवं बच्चों का अपने माता-पिता के साथ जॉइंट फोटो.
  • यदि स्कूल में बच्चों के कोई और भाई या बहन पढ़ रहे हैं तो उनका अपडेट फीस का रिसिट कॉपी.
  • बच्चों का आईडी कार्ड. बच्चों के घर के पत्ते से 3 किलोमीटर अंदर होने पर नामांकन में प्राथमिकता दी जाएगी.

स्कूल को क्या चाहिए: DAV बोर्ड कॉलोनी के प्रिंसिपल अविनाश चंद्र झा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि एडमिशन के लिए पेरेंट्स को स्कूल के द्वारा मांगे जा रहे जरूरी कागजात पहले दुरुस्त रखना चाहिए. सबसे ज्यादा जरूरी नगर निगम के द्वारा बनाया गया जन्म प्रमाण पत्र होता है.

''कक्षा एक में एडमिशन के लिए स्कूल का प्रमाण पत्र में यू डाइस नंबर एवं उसका टीसी और परमानेंट एजुकेशन नंबर जरूरी है. बच्चों के एडमिशन के TC में PAN परमानेंट एजुकेशन नंबर नहीं रहने पर कक्षा एक में नामांकन नहीं लिया जाएगा. जरूरी दस्तावेज के बिना बच्चे का नामांकन स्कूल में होने में दिक्कत होगी.'' - अविनाश चंद्र झा, प्रिंसिपल, DAV

बच्चों को सीट लिमिटेड: DAV स्कूल की मजबूरी है कि इस विद्यालय में 80% सीट अच्छा कॉलोनी के लोगों के लिए रिजर्व होता है बाहर के बच्चों के लिए मात्र 20% सीट उपलब्ध होती है. यही कारण है कि बाहरी बच्चों के नामांकन में कुछ परेशानी होती है. उदाहरण के तौर पर यदि 40 सीट आम बच्चों के लिए उपलब्ध है तो 800 आवेदन आते हैं. यही कारण है कि 40 बच्चों के नामांकन के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजारनी पड़ती है. बच्चों के एग्जाम के बाद माता-पिता का भी इंटरव्यू होता है और यह बताया जाता है कि आपके बच्चे ने क्या लिखा है. यही कारण है कि कुछ कठिन प्रक्रिया से बच्चों एवं अभिभावकों को गुजरना पड़ता है.

10 में से 1 बच्चे का नामांकन: DAV के प्रिंसिपल का कहना है कि उनके स्कूल में मजबूरी है कि आम बच्चों के लिए मात्र 20% सीट ही उपलब्ध है. लेकिन अन्य स्कूलों में भी नामांकन की प्रक्रिया कठिन हो गई है क्योंकि सीट लिमिट है और आवेदकों की संख्या अधिक हो गई है. अब स्थिति ऐसी आ गई है कि 10 आवेदक में से मात्र एक बच्चे का नामांकन स्कूल में हो पा रहा है. लेकिन अब स्कूलों की संख्या भी बढ़ी है इसीलिए अभिभावकों को बहुत ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है.

अभिभावकों को राहत की जरूरत: प्राइवेट स्कूल एवं चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि बच्चों के एडमिशन को लेकर हर वर्ष अभिभावक परेशान रहते हैं. प्राइवेट स्कूल में बहुत तरह के डॉक्यूमेंट मांगे जाते हैं. सबसे पहले बच्चों के पेरेंट्स को स्कूल के वेबसाइट को पढ़कर जरूरी कागजात तैयार करवाने पर प्राथमिकता देनी चाहिए. क्योंकि बिना दुरुस्त कागज के बच्चों के एडमिशन में परेशानी होती है.

पढ़ें-नेशनल ऐजुकेशन पॉलिसी के तहत UGC ने क्या किए बदलाव? पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन से पहले जानें - NEW EDUCATION POLICY

पटना: पटना के सभी बड़े प्राइवेट स्कूल में छोटे बच्चों के एडमिशन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है. पटना के मिशन के स्कूल के अलावा सभी बड़े प्राइवेट स्कूल में नर्सरी को लेकर नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. वहीं पटना के एजी कॉलोनी में रहने वाले डॉ अविनाश पेशे से चिकित्सक हैं. छपरा में उनकी पोस्टिंग है लेकिन वह अभी से अपने बच्चों के एडमिशन को लेकर परेशान हैं.

बच्चों के एडमिशन की चिंता: डॉ अविनाश से ईटीवी भारत ने बातचीत की उनका कहना था कि पिछले दो वर्षों से अपने बेटे के एडमिशन के लिए वह परेशान है. 2024 में भी डॉन बॉस्को, लोएला एवं सेंट मैरी में अप्लाई किए थे. लेकिन किसी भी स्कूल में उनके बेटे अभिनव का एडमिशन नहीं हो पाया. इस बार भी वह अभी से पटना कई स्कूलों में ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. इस बार भी उनको इस बात की चिंता है कि उनके बच्चे का एडमिशन किस स्कूल में होता है.

"दो साल से बच्चे के एडमिशन के लिए परेशान हूं. पिछली बार भी कई स्कूलों का चक्कर लगाए बच्चों का एडमिशन नहीं हो सका. इस बार भी बच्चों के एडमिशन को लेकर मन अशांत है कि आखिर कहां होगा एडमिशन.'' - डॉ अविनाश, अभिभावक

एडमिशन बना मुश्किल काम: पटना के ही राजीव नगर के रहने वाले प्रवीण कुमार का कहना है कि इस बार उनको अपने बेटे का एडमिशन नर्सरी में करवाना है. पटना के डॉन बॉस्को, संत माइकल और डीएवी में अप्लाई किए हैं. अभी एक-दो स्कूल में और अप्लाई करना बांकी है. जनवरी माह में सबसे बड़ी परेशानी इसी बात को लेकर है कि अगले साल उनके बेटे का एडमिशन किस स्कूल में होता है.

"तीन स्कूल में अब तक फॉर्म जमा कर चुका हूं, कुछ और स्कूल में जमा करना है. अब देखना है कि बच्चों का एडमिशन हो पता है या नहीं'' - प्रवीण कुमार, अभिभावक

निजी स्कूल में आवेदन शुरू: 2025-26 सेशन के लिए राजधानी पटना के सभी बड़े निजी स्कूलों में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पटना के संत माइकल हाइस्कूल में LKG का एडमिशन फॉर्म 26 दिसंबर से ऑनलाइन मिलना शुरू हो गया है. info@stmichaelspatna.edu.in के वेबसाइट पर एलकेजी का एडमिशन फॉर्म 31 दिसंबर तक मिलेगा. LKG के एडमिशन फॉर्म की कीमत 1000 रुपये रखी गयी है.एलकेजी में 240 सीटें हैं.

नोट्रेडेम एकेडमी में क्या है आवेदन शुल्क: नोट्रेडेम मोंटेसरी स्कूल के नर्सरी में एडमिशन के लिये फॉर्म स्कूल की वेबसाइट पर चार जनवरी को जारी किया जायेगा.आवेदन की तिथि 1 जनवरी से 5 जनवरी तक स्कूल फॉर्म वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा. आवेदन के लिए 1000 रु शुल्क निर्धारित किया गया है. माउंट कार्मेल हाइस्कूल में नये सत्र 2025-26 में LKG का एडमिशन फॉर्म 11जनवरी से 12 जनवरी को स्कूल के वेबसाइट www.patnacarmel.com पर जारी कर दिया गया है. फार्म की कीमत 700 रु रखी गई है.

लोयोला मोंटेसरी के LKG में 30 सीट: लोयोला मोंटसरी के दूसरे चरण के लिए नर्सरी और एलकेजी का एडमिशन फॉर्म भरने का डेट आ गया है.3 और 4 जनवरी 2025 को स्कूल काउंटर से फॉर्म मिलेगा. यहां नर्सरी में 110 और LKG में 30 सीटों पर बच्चों का एडमिशन होगा. एडमिशन फॉर्म की कीमत 1000 रुपये रखी गयी है.

सेंट मैरी एकेडमी में 20 जनवरी तक मिलेगा फार्म: सेंट मैरी में नर्सरी में एडमिशन के लिए 16 जनवरी से 20 जनवरी तक फार्म उपलब्ध रहेंगे. एप्लीकेशन फॉर्म स्कूल के काउंटर से उपलब्ध होंगे. स्कूल में नर्सरी के लिए 80 सीट पर नामांकन होगा जिसमें 40 लड़का और 40 सीट लड़की के लिए रिजर्व है. फार्म की कीमत 800रु रखी गई है.

DAV में ऐसे होगा एडमिशन: DAV स्कूल में एडमिशन के लिए 14 जनवरी के बाद आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी. आवेदन स्कूल की वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध होगा.स्कूल के वेबसाइट https://davbsebpatna.org लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. फार्म की कीमत 1000रु रखी गई है. DAV स्कूल में तय सीट का 20% ही आम बच्चों के लिए उपलब्ध होता है.

डॉन बॉस्को में कैसे होगा एडमिशन: दीघा स्थित डॉन बॉस्को स्कूल के एडमिशन को लेकर आवेदन का डेट 20 दिसंबर को समाप्त हो गया. इस बार यहां फॉर्म भरने के लिए 1600रु फीस तय किए गए थे. आवेदन स्कूल के वेबसाइट www.dbpspatna.com पर उपलब्ध था.

बच्चों के लिए उम्र सीमा: आवेदन के लिए विभिन्न स्कूलों में बच्चों की उम्र की सीमा तय की गई है. नर्सरी में नामांकन के लिए बच्चों की उम्र 31 मार्च 2025 को साढ़े तीन से साढ़े चार वर्ष के बीच होनी चाहिए. बच्चों की उम्र की सीमा को लेकर स्कूल के वेबसाइट पर भी उम्र की सीमा के बारे में जानकारी दी गई है हर स्कूल में अलग-अलग उम्र सीमा को लेकर नियम बनाया गया है.

नामांकन के लिए जरूरी कागजात : स्कूल में फॉर्म भरने से पहले पेरेंट्स को बच्चों से जुड़े हुए कुछ डाक्यूमेंट्स दुरुस्त करने की जरूरत होगी. स्कूल के द्वारा जिन कागजातों की मांग की जा रही है.

  • बच्चों का नगर पालिका या नगर निगम द्वारा जन्म प्रमाण पत्र.
  • बच्चों का जन्म के समय टीकाकरण का कार्ड, बच्चों का और बच्चे के माता-पिता का आधार कार्ड.
  • बच्चों का पासपोर्ट साइज फोटो एवं बच्चों का अपने माता-पिता के साथ जॉइंट फोटो.
  • यदि स्कूल में बच्चों के कोई और भाई या बहन पढ़ रहे हैं तो उनका अपडेट फीस का रिसिट कॉपी.
  • बच्चों का आईडी कार्ड. बच्चों के घर के पत्ते से 3 किलोमीटर अंदर होने पर नामांकन में प्राथमिकता दी जाएगी.

स्कूल को क्या चाहिए: DAV बोर्ड कॉलोनी के प्रिंसिपल अविनाश चंद्र झा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि एडमिशन के लिए पेरेंट्स को स्कूल के द्वारा मांगे जा रहे जरूरी कागजात पहले दुरुस्त रखना चाहिए. सबसे ज्यादा जरूरी नगर निगम के द्वारा बनाया गया जन्म प्रमाण पत्र होता है.

''कक्षा एक में एडमिशन के लिए स्कूल का प्रमाण पत्र में यू डाइस नंबर एवं उसका टीसी और परमानेंट एजुकेशन नंबर जरूरी है. बच्चों के एडमिशन के TC में PAN परमानेंट एजुकेशन नंबर नहीं रहने पर कक्षा एक में नामांकन नहीं लिया जाएगा. जरूरी दस्तावेज के बिना बच्चे का नामांकन स्कूल में होने में दिक्कत होगी.'' - अविनाश चंद्र झा, प्रिंसिपल, DAV

बच्चों को सीट लिमिटेड: DAV स्कूल की मजबूरी है कि इस विद्यालय में 80% सीट अच्छा कॉलोनी के लोगों के लिए रिजर्व होता है बाहर के बच्चों के लिए मात्र 20% सीट उपलब्ध होती है. यही कारण है कि बाहरी बच्चों के नामांकन में कुछ परेशानी होती है. उदाहरण के तौर पर यदि 40 सीट आम बच्चों के लिए उपलब्ध है तो 800 आवेदन आते हैं. यही कारण है कि 40 बच्चों के नामांकन के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजारनी पड़ती है. बच्चों के एग्जाम के बाद माता-पिता का भी इंटरव्यू होता है और यह बताया जाता है कि आपके बच्चे ने क्या लिखा है. यही कारण है कि कुछ कठिन प्रक्रिया से बच्चों एवं अभिभावकों को गुजरना पड़ता है.

10 में से 1 बच्चे का नामांकन: DAV के प्रिंसिपल का कहना है कि उनके स्कूल में मजबूरी है कि आम बच्चों के लिए मात्र 20% सीट ही उपलब्ध है. लेकिन अन्य स्कूलों में भी नामांकन की प्रक्रिया कठिन हो गई है क्योंकि सीट लिमिट है और आवेदकों की संख्या अधिक हो गई है. अब स्थिति ऐसी आ गई है कि 10 आवेदक में से मात्र एक बच्चे का नामांकन स्कूल में हो पा रहा है. लेकिन अब स्कूलों की संख्या भी बढ़ी है इसीलिए अभिभावकों को बहुत ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है.

अभिभावकों को राहत की जरूरत: प्राइवेट स्कूल एवं चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि बच्चों के एडमिशन को लेकर हर वर्ष अभिभावक परेशान रहते हैं. प्राइवेट स्कूल में बहुत तरह के डॉक्यूमेंट मांगे जाते हैं. सबसे पहले बच्चों के पेरेंट्स को स्कूल के वेबसाइट को पढ़कर जरूरी कागजात तैयार करवाने पर प्राथमिकता देनी चाहिए. क्योंकि बिना दुरुस्त कागज के बच्चों के एडमिशन में परेशानी होती है.

पढ़ें-नेशनल ऐजुकेशन पॉलिसी के तहत UGC ने क्या किए बदलाव? पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन से पहले जानें - NEW EDUCATION POLICY

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