बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की संदेहास्पद अवस्था में मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत उसे मारकर हॉस्पिटल लाया गया है. परिजन इसे संदेहास्पद मौत मानते हुए इसके लिए जेल प्रशासन को जिम्मेवार बता रहे हैं. मृतक कैदी की पहचान मंसूरचक थाना क्षेत्र के समसा गांव के रहने वाले अभिनव कुमार के रूप में की गई है.
मंडल कारा में विचाराधीन कैदी की मौतः बताया जाता है कि अभिनव कुमार हत्या के एक मामले में अगस्त 2022 से ही मंडल कारा बेगूसराय में बंद था. मिली जानकारी के अनुसार आज अभिनव जेल के बाथरूम गया, जहां अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में उसको इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. अगस्त 2022 में ही मंसूरचक थाने की पुलिस ने हत्या के मामले में अभिनव कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
'पूरा मामला लापरवाही से जुड़ा है': इस संबंध मे मृतक के पिता नलेश सिंह ने बताया कि उनके बेटे के बीमार होने और उसके मौत की सूचना जेल प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई. किसी दूसरे लोगों ने बताया कि उसके बेटे की मौत हो गई. जब वो लोग रास्ते में थे तो किसी कंपाउंडर के द्वारा बताया गया कि उनके बेटे की मौत हो गई. जब वो लोग हॉस्पिटल पहुंचे, तो उनका बेटा मरा हुआ था. पिता ने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत उनके बेटे को मार कर यहां लाया गया है. ये पूरा मामला लापरवाही से जुड़ा है.
"जेल प्रशासन पूरी तरीके से जिम्मेवार है. साजिश के तहत मेरे बेटे को मारा गया है. अगर नॉर्मल मौत थी तो इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए"- मृतक के पिता
मृतक के पिता आरएसएस के सदस्यः वहीं, इस संबंध मे सांसद प्रतिनिधि और भाजपा नेता ने अमरेंद्र कुमार अमर ने बताया कि मृतक के पिता आरएसएस के सदस्य हैं और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता है. जिनके बेटे को एक कांड में फंसा दिया गया और वह पिछले एक साल से जेल मे बंद था. आज यह जानकारी मिली कि ये बाथरूम गये, जहां इनकी मौत हो गई. ये पूर्ण रूप से संदेहास्पद मामला है. मृतक रात भर स्वस्थ है और सुबह उसकी मौत हो जाती है.
'इसकी जांच मेडिकल टीम करे': इस संबंध में हमने जेल सुप्रीन्टेडेंट और एसडीओ को फोन कर इस मौत को संदेहास्पद बताया है. जिसकी जांच मेडिकल टीम करे. साथ ही साथ जेल में जो स्थिति है, वो भी सार्वजनिक हो. जेल में अव्यवस्था है और जेल में बंद चार-पांच माफिया की चलती है. जेल मेन्युअल के हिसाब से जेल नहीं चल रहा है.
"हम जिलाधिकारी से मांग करते हैं कि यह कस्टोडियल डेथ है. इसकी हत्या हुई है. इसकी निष्पक्ष जांच के लिए मेडिकल बोर्ड से इसकी जांच कराई जाए"- अमरेंद्र कुमार अमर, भाजपा नेता
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