रांची: सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) का तीसरा दीक्षांत समारोह 28 फरवरी 2024 को होगा. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी. वहीं झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी विशिष्ट अतिथि होंगे जबकि कुलाधिपति प्रो.जयप्रकाश लाल दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करेंगे.
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झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह की तैयारियों को लेकर कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने रांची में मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. तीसरे दीक्षांत समारोह के लिए वर्ष 2021 और 2022 में उत्तीर्ण कुल 1539 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी. इनमें से 917 ने दीक्षांत समारोह के लिए अपना पंजीकरण कराया है, जिन्हें समारोह के दौरान डिग्री प्रदान की जाएगी. कुलपति ने बताया कि झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का एक घंटे का कार्यक्रम तय है, जिसमें वह 03 चांसलर मेडल, 67 गोल्ड मेडल और 35 पीएचडी डिग्री प्रदान करेंगी.
दक्षिण कोरिया के 16 छात्र करेंगे सीयूजे में पढ़ाई
कुलपति क्षिति भूषण दास ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में नये सभागार का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जबकि पहुंच पथ की मरम्मत राज्य सरकार द्वारा की जा रही है. उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट शिक्षा के साथ-साथ रांची की अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और जलवायु न केवल स्थानीय बल्कि विदेशी छात्रों को भी इस केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर आकर्षित करती है. दक्षिण कोरिया के 16 छात्रों ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ने की इच्छा जताई है. इसके लिए दक्षिण कोरिया के साथ एक एमओयू भी साइन किया गया है. ये 16 छात्र अगस्त माह से पढ़ाई के लिए रांची आयेंगे. श्रीलंका से भी छात्र यहां आकर पढ़ाई करना चाहते हैं, इसके लिए प्रक्रिया अभी भी जारी है.
कुलपति ने कहा कि सीयूजे झारखंड की विलुप्त हो रही स्थानीय भाषाओं को बचाने की दिशा में भी काम कर रहा है. जिन भाषाओं को बोलने वालों की संख्या 10 हजार से कम है उन्हें विलुप्त होने के कगार पर भाषाओं की श्रेणी में रखा जाता है. कुलपति ने कहा कि झारखंड विश्वविद्यालय में पर्याप्त संभावनाएं हैं और इसे मॉडल और सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
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