शिमला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मां तारादेवी और संकटमोचन मंदिर में पूजा अर्चना की. राष्ट्रपति ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूजा अर्चना की. इस दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी उपस्थति थे. गौरतलब है कि द्रौपदी मुर्मू मां तारादेवी के दर्शन करने वाली पहली राष्ट्रपति बनी. वहीं संकटमोचन मंदिर जाने वाली दूसरी राष्ट्रपति बनी. उन्होंने मंदिर कमेटी द्वारा आयोजित भण्डारा भी ग्रहण किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने पांच दिवसीय हिमाचल दौरे पर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दर्शन कर रही है.
तारा देवी मंदिर के ट्रस्टी रहे कमल स्वरूप वर्मा का कहना है कि तारा देवी में रविवार के दिन भंडारा देने के लिए पहले बुकिंग करनी पड़ती है. बुकिंग के बाद तीन से चार साल में भंडारे देने का नंबर आता है. इस मंदिर में मनोकामना पूरी होने पर लोग हर रविवार को भंडारे देते हैं. इसके लिए लोगों को भंडारे की पहले से ही बुकिंग लेनी पड़ती है और इसके बाद दो से तीन साल बाद भंडारा देने के लिए इंतजार करना पड़ता है.
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने राष्ट्रपति को मंदिर के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी. साथ ही राज्यपाल ने भी राष्ट्रपति को रामदरबार की प्रतिमा भी भेंट की. गौरतलब है कि राष्ट्रपति मंगलवार (07 मई) को संकटमोचन मंदिर और तारादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद शाम के वक्त मालरोड पर भ्रमण करेंगी. इसके बाद उनका ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में सांस्कृतिक संध्या में शामिल होने का कार्यक्रम है. सांस्कृतिक संध्या के बाद राजभवन में रात्रि भोज का आयोजन होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 08 मई को सुबह शिमला से वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगी.