बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है. इन सीटों पर मतदान संपन्न होने के बाद अब मतगणना की तैयारी शुरू हो गई है. लोकसभा चुनाव के नतीजों के लिए 4 जून को होने वाले मतों की गिनती की तैयारियां जिला प्रशासन कर रहा है. इसके लिए सहायक रिटर्निंग अफसरों और उनके सहयोगी टीम को चुनाव आयोग के मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दिए. मैनुअल नियम कायदों के अलावा मतगणना कक्ष का मॉडल बनाकर प्रशिक्षण दिया गया. राज्य में निर्वाचन आयोग के डिप्टी सीईओ यू.एस. अग्रवाल एवं राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर प्रणव सिंह की ओर से मतगणना को लेकर हर तरह की जानकारी दी गई.
4 जून को होगा प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला: बिलासपुर लोकसभा सीट पर 7 मई को तीसरे चरण में मतदान हुआ. मतदान के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी ईवीएम और वीवीपेट को सील कर स्ट्रॉन्ग रूम में रख दिया है. बिलासपुर के कोनी स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में सभी ईवीएम सील बंद कमरे में रखा गया है. यहां सुरक्षा एजेंसी की कड़ी सुरक्षा में मतगणना स्थल पर मौजूद हैं. 4 जून को ईवीएम में बंद उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. 4 जून को सुबह से ही वोटो की गिनती शुरू हो जाएगी. इसके लिए ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है.
दी गई मतगणना की ट्रेनिंग: इस प्रशिक्षण में बिलासपुर सहित मुंगेली जिले के 8 विधानसभा के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर और उनके सहयोगी मौजूद थे. प्रशिक्षण में बताया गया कि मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा में 14-14 टेबल लगाए जाएंगे. प्रत्येक टेबल में तीन लोगों की ड्यूटी लगाई जाएगी. इनमें मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे. प्रशिक्षण स्थल में ही मतगणना कक्ष का मॉडल बनाया गया, जहां हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के जरिए प्रशिक्षणार्थियों ने मतगणना के बारे में सीखा. प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर की ओर से मतगणना के पहले की तैयारी, व्यवस्था, डाक मतपत्र की गणना, इवीएम से मतगणना की व्यवस्था, इंडेक्स कार्ड भरने की व्यवस्था सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई.
बता दें कि मतगणना के दिन स्ट्रंग रूम और मतगणना कक्ष में अपेक्षित नियमों के बारे में बताया गया. डाक मतपत्र और कंट्रोल यूनिट के मतों की काउंटिंग की प्रक्रिया को सरलता से समझाया गया. सबसे पहले डाक मतपत्र एवं ईटीपीबीएस के मतों की गणना की जाएगी.