नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि अगले 15 से 20 दिन में दिल्ली में मोहल्ला बसों को उतारा जाएगा. यह इलेक्ट्रिक बसें 9 मीटर की होंगी जो गलियों में आसानी से गुजर सकेंगी. इससे लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. इससे पहले दिल्ली सरकार के इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े में बुधवार को 350 और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया गया.
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि दिल्ली में विभिन्न कॉलोनियां ऐसी हैं जहां पर बसें नहीं जा पाती है. लोगों को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है. अभी जो दिल्ली में बसें चल रही हैं ये 12 मीटर की हैं. जो मोहल्ला बसें अगले 15 से 20 दिन में दिल्ली में उतारी जाएंगी. वह 9 मीटर की होंगी. इससे बसें आसानी से गलियों में घूम सकेंगी. इन बसों में भी महिलाओं और ट्रांसजेंडर के लिए सफर फ्री होगा.
47000 टन कार्बन उत्सर्जन को रोक गया: परिवहन मंत्री ने कहा कि 1300 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़क पर पहले से चल रही थी. वर्ष 2022 से अब तक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन कर 47000 टन कार्बन उत्सर्जन होने से रोका गया. दिल्ली के इतिहास में पहली बार सबसे अधिक 7582 बसें चल रही हैं. आज जो 350 इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतर गया है इनमें से 300 बसों को दिल्ली के क्लस्टर योजना के तहत चलाया जाएगा. जो रोहिणी और बुराड़ी से चलेंगी. 50 बसों को डीटीसी के अधीन सुखदेव डिपो से चलाया जाएगा. गहलोत ने कहा कि दिल्ली में कुल 60 डिपो हैं जिनमें 16 डिपो को इलेक्ट्रिफाई किया जा चुका है अन्य डिपो को इलेक्ट्रिफाई करने का काम चल रहा है.
सैन डिएगो के बाद दिल्ली जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें: कैलाश गहलोत ने कहा कि चाइनीज शहरों को छोड़ दें तो सैन डिएगो शहर के बाद अब दिल्ली ऐसा शहर है. जहां पर परिवहन में सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है. आने वाले दिनों में 10,480 बसें दिल्ली में चलाई जाने की योजना है. इसका 80% यानी की 8000 बेस इलेक्ट्रिक होगी. अभी हमने सिर्फ 22% टारगेट को पूरा किया है.