गढ़वा: आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. इधर, गढ़वा छठ घाट की तैयारी अंतिम चरण में है. बुधवार को खरना का दूसरा दिन है. आज सभी छठ व्रती खरना की तैयारी में जुटे हैं. छठ पर्व की विशेषता यह है कि व्रती घर पर ही गेहूं पीसकर प्रसाद तैयार करते हैं. जिला प्रशासन ने इस महापर्व के सफल आयोजन के लिए व्यापक तैयारी की है. जिले के विभिन्न प्रखंडों में कुल 770 छठ घाट बनाए गए हैं, जहां 11 लाख 86 हजार से अधिक व्रतियों के छठ पूजा में भाग लेने की संभावना है.
छठ घाटों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सजग
प्रशासन ने सभी छठ घाटों पर साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था व अन्य सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा है और सतर्क भी है. गढ़वा शहर के प्रमुख घाटों जैसे स्टूडेंट क्लब छठ घाट, फ्रेंड क्लब घाट, टी ग्रुप घाट आदि पर सजावट का काम लगभग अंतिम चरण में पहुंच चुका है. शहर के दानरो नदी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. रात में सभी छठ घाट दूधिया रोशनी से नहा उठे. सुबह घाटों व आसपास की सड़कों पर चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया, ताकि व्रतियों को स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण मिल सके.
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने सभी घाटों पर पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए है. पुलिस अधिकारी और जवान ड्यूटी के साथ-साथ सादे कपड़ों में भी निगरानी रखेंगे. श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर पुलिस सहायता केंद्र में अपनी परेशानी रख सकते हैं. अगर गढ़वा छठ घाट की बात करें तो पूरे झारखंड समेत यूपी, बिहार और छत्तीसगढ़ से लोग गढ़वा पहुंचते हैं.
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