रायपुर: एक महिला के लिए गर्भावस्था का समय बहुत ही कठिन और पीड़ादायक होता है. ऐसे में गर्भवती महिला को अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखना चाहिए. गर्भवती का डाइट हेल्दी होना चाहिए. ताकि मां और बच्चा दोनों का हेल्थ बना रहे. गर्भावस्था में महिला को कौन सी चीज अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए, किन चीजों को डाइट में नहीं लेना चाहिए. ये जानना बेहद जरूरी है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना से बातचीत की.
जानिए क्या कहती हैं स्त्री रोग विशेषज्ञ: स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सावेरी सक्सेना ने कहा, " गर्भवती महिला को गर्भावस्था में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ऐसा भी जरूरी नहीं है कि दो लोगों का खाना एक साथ खाना है. गर्भवती महिला को सामान्य से थोड़ा ज्यादा यानी 300 कैलोरीज खानी होती है. एक गर्भवती महिला का डाइट कैसा होना चाहिए और डाइट में क्या-क्या चीजें होनी चाहिए? ये जानना बेहद जरूरी है."
"गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पूरे 9 महीने तक कोई ना कोई फल जरुर खाने हैं. फलों के साथ ही गर्भवती महिला को ड्राई फ्रूट्स भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. ड्राई फ्रूट्स भी अपनी डाइट में बहुत ज्यादा शामिल करने की जरूरत नहीं है. थोड़ी-थोड़ी मात्रा हर ड्राई फ्रूट्स का लें सकते हैं. ड्राई फ्रूट्स में गर्भवती महिला अखरोट, बदाम, अंजीर, मखाना, खजूर जैसी चीज भी ले सकती हैं. एक गर्भवती महिला मिक्स ड्राई फ्रूट्स लेती है, तो ऐसा माना जाता है कि गर्भ में पल रहे शिशु के दिमाग के डेवलपमेंट के लिए काफी अच्छा माना जाता है." -डॉक्टर सावेरी सक्सेना, स्त्री रोग विशेषज्ञ
गर्भावस्था में इन बातों का रखें ध्यान:
- गर्भधारण करने के 3 महीने तक महिलाओं को उल्टी होने की परेशानी होती है.
- भूख कम लगना या फिर उल्टी जैसी समस्या आम होती हैं.
- गर्भवती महिला को पहले के 3 महीने में ज्यादा खाने से परहेज करना चाहिए.
- गर्भधारण करने के पहले जितना डाइट उनका रहता है केवल उतना ही वह खा लेती हैं, तो ज्यादा अच्छा रहता है.
- इस कंडीशन में महिला को जो चीज पसंद हैं, उन्हें उन चीजों को डाइट में दिया जाना चाहिए.
- गर्भधारण करने के बाद डाइजेस्टिव सिस्टम स्लो होने की ज्यादा खाना महिलाएं नहीं खा पाती.
- कई बार खाना नहीं पचने की वजह से कब्जियत जैसी समस्या भी देखने को मिलती है.
- ऐसे में एक गर्भवती महिला को थोड़ा-थोड़ा करके दिन में कई बार अपनी डाइट लेनी चाहिए.
- इसके साथ ही फल और सलाद लेना भी जरूरी है.
- फल और सलाद में इसमें फाइबर होता है.
- फल और सलाद में फाइबर होने की वजह से कब्जियत दूर होने के साथ ही पाचन तंत्र सही रहता है.
- फलों के जूस के बजाय उसे सीधे खान की कोशिश करें.
- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मौसमी फल के साथ ही स्थानीय फल का भी सेवन करना चाहिए.
गर्भावस्था में फॉलों करें ये डाइट:
- एक गर्भवती महिला को सामान्य डाइट में दाल बहुत जरूरी है.
- दाल प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है.
- गर्भवती महिला को दिन में कम से कम दो कटोरी दाल जरूर लेनी चाहिए.
- छिल्के वाली दाल में प्रोटीन का अच्छा सोर्स होता है.
- इसमें विटामिन बी12 के साथ ही अन्य खनिज पदार्थ भी पाए जाते हैं.
- मूंग, मसूर और अरहर दाल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
- गर्भवती महिला नॉनवेज में अंडा, मछली, चिकन, मटन डाइट में शामिल कर सकती हैं.
- वेज खाने वाली गर्भवती महिला हरी सब्जियां अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.
- हरी सब्जियों में आयरन का अच्छा सोर्स होता है.
- एक गर्भवती महिला को अपनी डाइट में दही भी शामिल करना चाहिए.
- दही कब्जियत को दूर करने के साथ ही पेट फूलने की समस्या से भी निजात दिलाता है.