प्रयागराज : प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. सपा प्रत्याशी के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज करवाया है. बसपा नेता की तहरीर पर सराय इनायत थाने में सपा प्रत्याशी के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का केस दर्ज करके पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. हालांकि बाद में सपा प्रत्याशी ने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी भी मांगी है.
प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा में 13 नवम्बर को उपचुनाव के लिए मतदान होना है और मतदान के लिए नामांकन किया जा चुका है. हालांकि अभी नाम वापसी उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी नहीं हुई है. फूलपुर उपचुनाव के लिए सपा बसपा भाजपा के नेताओं द्वारा पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार किया जा रहा है. इसी बीच सपा प्रत्याशी ने चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया को दिए जा रहे बयान के दौरान बसपा के मूल मतदाताओं के खिलाफ जातिसूचक बातें बोली थी. जिसके सार्वजनिक होने के बाद बसपा नेताओं ने आपत्ति जताई और उसके खिलाफ शिकायत की.
बसपा के फूलपुर विधानसभा के अध्यक्ष राजकुमार गौतम ने सपा प्रत्याशी के खिलाफ सराय इनायत में शिकायत करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. बसपा नेता की तहरीर पर पुलिस ने सराय इनायत थाने में सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी के खिलाफ बीएनएस की धारा 174 और एससी एसटी एक्ट के तहत रविवार की देर रात थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
सपा प्रत्याशी ने मांगी माफी : मामले के तूल पकड़ने के बाद सपा प्रत्याशी के खिलाफ बसपा नेता की तरफ से थाने में केस दर्ज करवा दिया गया. जिसकी जानकारी मिलने के बाद ही सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी ने अपने बयान पर खेद जताते हुए मांफी भी मांग ली है. उनका कहना है कि वो कई साल तक बसपा में रहे हैं और उसी हिसाब से उन्होंने बातें की थीं, लेकिन उनकी बात से किसी की भावना आहत हुई है तो उसके लिए वो सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हैं.
जिलाध्यक्ष को निकालने के बाद समर्थकों ने छोड़नी शुरू की पार्टी
कांग्रेस से बगावत करके विधानसभा उपचुनाव में फूलपुर सीट से नामांकन करने वाले कांग्रेस के गंगापार जिलाध्यक्ष सुरेश यादव को सोमवार को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है. कांग्रेस के अनुशासन समिति के सदस्य श्याम किशोर शुक्ला ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. जिसका जवाब न देने पर अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस ने 6 साल के लिए सुरेश यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके बाद जिलाध्यक्ष सुरेश यादव के समर्थन में पिछली बार के विधानसभा प्रत्याशी रहे कांग्रेस नेता ने भी पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया. वहीं सुरेश यादव ने कहा कि उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है.
वहीं सुरेश में समर्थन में 2022 में कांग्रेस की तरफ से फूलपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले सिद्धनाथ मौर्य ने भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर सुरेश यादव के लिए चुनाव प्रचार करने का एलान कर दिया है. सिद्धनाथ मौर्य का कहना है कि सुरेश यादव पिछले कई साल से फूलपुर में राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे थे, लेकिन जिस तरह से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें धोखा दिया है उससे दुखी होकर वो पार्टी छोड़ रहे हैं और उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही सुरेश यादव के समर्थन में पार्टी के और नेता व कार्यकर्ता पार्टी छोड़ने का एलान करेंगे.
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