बाड़मेर: जोधपुर रेंज की साइक्लोन टीम ने अवैध मादक पदार्थों के मामले में फरार चल रहे आरोपी प्रकाश चाहर को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर उक्त कार्रवाई का खुलासा किया. प्रदेश के टॉप 25 अपराधियों की सूची में शामिल और 6 साल से फरार आरोपी प्रकाश चाहर को साइक्लोन टीम ने गुजरात के नवसारी से गिरफ्तार किया है.
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि साइक्लोन टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए राजस्थान के टॉप 25 फरार आरोपियों की सूची में शामिल 40 हजार के इनामी आरोपी प्रकाश चाहर को बड़ी जद्दोजहद के बाद गिरफ्तार किया है. जोधपुर, बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिलों के मुकदमों में आरोपी 6 सालों से फरार चल रहा था.
दिन में लकड़ी का काम और रात में नशे का गोरखधंधा: उन्होंने बताया कि आरोपी पिछले 10-12 सालों से अवैध डोडा पोस्त आदि के धंधों में शामिल है. प्रकाश ने उदयपुर में लकड़ी के कामकाज से अपने व्यापार की शुरुआत की और काम की थकान मिटाने के लिए अफीम और डोडा चुरा लेना शुरू किया. जिसके बाद उसने अफीम और डोडा के जरिए अपनी गरीबी दूर करने का प्लान बनाया और धीरे-धीरे मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क का सरगना बन गया.
साइक्लोन टीम से बचकर भागने में हुआ था कामयाब: आईजी विकास कुमार ने बताया कि निम्बाहेड़ा में अवैध अफीम ओर डोडा पोस्त को स्टॉक करके फिर अपने गुर्गों के माध्यम से मारवाड़ सप्लाई करता था. आरोपी प्रकाश दिन में लकड़ी का काम और रात में यह काम करता था. उन्होंने बताया कि करीब 2 महीने पहले साइक्लोन टीम निम्बाहेड़ा में आरोपी के ठिकाने पर पहुंची थी, लेकिन आरोपी छत से कूदकर यहां से भागने में कामयाब हो गया.
आरोपी ने महाराष्ट्र और गुजरात में डाला डेरा: प्रकाश ने मुंबई में अपना डेरा डाला. सूचना के आधार पर साइक्लोन की टीम मुंबई पहुंची. उन्होंने बताया कि शातिर आरोपी पुलिस से बचने के लिए ट्रेन में चढ़कर लोगों से फोन मांगकर अपने गुर्गों के संपर्क करता और फिर ट्रेन से नीचे उतर जाता. ऐसे में साइक्लोन टीम ने कड़ी मेहनत से आरोपी का पता लगा कर पहुंची, लेकिन वह उससे पहले अपना ठिकाना बदलकर गुजरात के नवसारी पहुंच गया.
लकड़ी के कारीगर बन आरोपी तक पहुंची पुलिस: आईजी विकास कुमार ने बताया कि साइक्लोन टीम लगातार आरोपी का पीछा करते हुए गुजरात की नवसारी पहुंची. यहां पर टीम के सदस्य लकड़ी के कारीगर बन गए और आरोपी की तलाश शुरू की. जिसके कई दिन बाद पुलिस आरोपी प्रकाश चाहर तक पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है ताकि इस नेटवर्क में शामिल अन्य आरोपियों तक पहुंचा जा सके.