देहरादूनः पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) द्वारा राज्य में बिजली की बड़ी लाइनों को बेहतर करने और बिजली घरों का निर्माण कर ग्रिड को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है. इस कड़ी में पिटकुल के माध्यम से राज्य में 6 नए बिजली घरों को बनाने की तैयारी है. ये बिजलीघर एडीबी की मदद से बनाए जाएंगे. इन बिजली घरों के बनने से निर्बाध बिजली को उपभोक्ताओं तक पहुंचने में मदद मिलेगी. इससे पिटकुल के ग्रेड मजबूत होंगे और ग्रिड पर बने रहने वाला दबाव भी कम होगा.
पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी के मुताबिक, पिटकुल के लिए अपने ग्रिड को मजबूत करना बेहद जरूरी है. इसके लिए बिजली घरों के निर्माण की भी आवश्यकता महसूस की जा रही थी और इसीलिए एडीबी की मदद से राज्य में 6 नए बिजली घर बनाए जा रहे हैं. बिजली घरों को समय से पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इनका शिलान्यास किया जाएगा. फिलहाल इसके लिए टेंडर प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है.
यहां बनेंगे बिजली घर: जिन जगहों पर 6 नए बिजली घर बनाना प्रस्तावित हैं. उनमें 220 KV के दो बिजली घर बनाए जाएंगे जबकि 132 केवी के चार बिजली घर बनाए जाने हैं. सेलाकुई में 220 KV का बिजली घर बनाया जाना है. काफी लंबे समय से इंडस्ट्री से जुड़े लोग इसकी मांग कर रहे थे जिसके लिए अब प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके अलावा 220 KV का ही दूसरा बिजली घर मंगलौर में बनाया जाना है. जबकि 132 केवी के चार बिजली घर बनाए जाएंगे. इसमें एक बिजली घर आराघर देहरादून, दूसरा धौलाखेड़ा हल्द्वानी, तीसरा खटीमा और चौथा बिजली घर लोहाघाट में बनने जा रहा है.
गैरसैंण विधानसभा सत्र पर फोकस: एक तरफ जहां पिटकुल समय से इन नए बिजली घरों के निर्माण पर काम कर रहा है. तो वहीं इन दिनों गैरसैंण विधानसभा सत्र के लिए भी तैयारी की जा रही है. ऊर्जा निगम के माध्यम से गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान विद्युत आपूर्ति को लेकर किसी भी तरह की दिक्कत ना आए, इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है. पिटकुल और यूपीसीएल के अधिकारी आपसी समन्वय में जुड़े हुए हैं, ताकि सत्र के दौरान कोई समस्या ना आए.
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