जयपुर. राजस्थान में बिजली सप्लाई को लेकर घमासान जारी है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है. प्रदेश में बिजली सप्लाई की हालत खराब हो गई है. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने पलटवार करते हुए कहा कि पांच साल के कांग्रेस राज की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बिजली संकट गहराया हुआ है, जिसे दुरुस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली उत्पादन के तीन थर्मल पावर प्लांट बंद हैं. जब तक वे दुरुस्त हो, तब तक के लिए केंद्रीय कोटे से बिजली लेने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
किसानों को रात में भी टुकड़ों में सप्लाई : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में मीडिया से बातचीत में कहा, हमने बिजली पर चर्चा करने के लिए कहा है. जब से भाजपा की सरकार बनी है. बिजली सप्लाई की स्थिति खराब होती जा रही है. किसानों को रात में बिजली दी जा रही है. रात के समय भी टुकड़ों में बिजली दी जा रही है. लगातार वीसीआर भरी जा रही हैं. ट्रिपिंग की समस्या भी लगातार सामने आ रही है.
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सिंगल फेज बिजली भी चार घंटे मिल रही : नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि सिंगल फेज बिजली 24 घंटे मिलनी थी. वो चार घंटे भी नहीं मिल रही है. किसानों को छह घंटे थ्री फेज बिजली मिलनी चाहिए. वह तीन घंटे भी नहीं मिल रही है. अघोषित बिजली कटौती से सबको परेशानी हो रही है. बिजली विभाग के द्वारा पंचायतों और पीएचईडी के कनेक्शन काटे जा रहे हैं. जिससे गांवों में जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसमें भी सरकार को संज्ञान लेना चाहिए.
बिजली संकट पर चर्चा की मांग : टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बिजली को लेकर बहुत बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग बिजली की लगातार बिगड़ती स्थिति को संभाल नहीं पा रहे हैं. उस पर कोई बात नहीं कहना चाहता है. हम पहले दिन से ही सदन में बिजली की समस्याओं को लेकर आवाज उठा रहे हैं. हम इस पर चर्चा भी चाह रहे हैं.
मंत्री नागर बोले- कांग्रेस राज में पैदा हुई बाधाएं : ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने विधानसभा में पत्रकारों से कहा, बिजली के तंत्र में राजस्थान में काफी बाधाएं हैं. ये सब बाधाएं कांग्रेस राज की पैदा की हुई हैं. उन्होंने पिछले पांच साल में बिजली तंत्र को जिस तरह से नुकसान पहुंचाया है. हम इसे ठीक करने में लगे हैं. हमारा पहला लक्ष्य था कि हमारे उत्पादन के जितने भी पावर स्टेशन हैं. थर्मल पावर प्लांट हैं, वो ठीक से चले. इसके लिए कोयले की व्यवस्था हो. अब हमारे पास करीब 25 रैक कोयला हर दिन आ रहा है.
तीन थर्मल पावर प्लांट बंद : मंत्री नागर बोले, मेंटिनेंस की वजह से कालीसिंध थर्मल प्लांट पिछले दिनों से बंद था. दो दिन से छबड़ा थर्मल में भी तकनीकी दिक्कत आने से वह बंद हो गया. सूरतगढ़ का पावर प्लांट भी निरीक्षण के समय से ही कमियां सामने आने से बंद हैं. इस वजह से बिजली की सप्लाई में कमी है. इसके चलते करीब 1500-2000 मेगावाट बिजली की कमी है. आने वाले दिनों में दिल्ली जाकर बात करेंगे कि एक हजार मेगावाट बिजली केंद्रीय कोटे से राजस्थान को मिल सके, ताकि गर्मी में बिजली कटौती की समस्या नहीं हो.