पटनाः बिहार में इस बार की गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. तपती गर्मी से राहत पाने के लिए लोग 24 घंटे एसी, कूलर, पंखा आदि का सहारा ले रहे हैं. यही कारण है कि इस साल पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान (पेसू) ने पिछले 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 30 मई को 863 मेगावाट बिजली की खपत दर्ज की है. जबकि 10 जून सोमवार को यह खपत 849 मेगावाट रही. पिछले साल अधिकतम 775 मेगावाट बिजली की खपत दर्ज की गई थी. ठंड के मौसम में 400 से 450 मेगावाट बिजली की खपत रहती है.
"शहर के तापमान में जिस प्रकार से बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है, उसी प्रकार बिजली की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. लोग गर्मी से बचने के लिए एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा चला रहे हैं, जिससे बिजली की खपत पर सीधा असर पड़ रहा है."- श्रीराम सिंह, पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के जीएम
गर्मी में दोगुनी हो गई खपतः श्रीराम सिंह ने कहा कि पहले पटना में बिजली उपभोक्ता की संख्या चार लाख थी, अब लगभग 7 लाख हो गई है. इससे बिजली का लोड बढ़ा है. बिजली की खपत ज्यादा हो रही है. श्रीराम सिंह ने कहा कि पहले जो पिक लोड का कॉन्सेप्ट था वह शाम के समय होता था. 7 बजे लेकर 9 बजे का पीरियड माना जाता था. लेकिन जैसे जैसे AC लगाने का चलन बढ़ा है तो लोड पैटर्न भी चेंज हो गया. अब रात के 11:00 से 12 बजे के आसपास में मैक्सिमम डिमांड आने लगा है. पिछले तीन चार महीने में रात में तो बिजली लोड बढ़ ही रही हैं, लेकिन उसी तरह की खपत दिन में भी देखने को मिल रही है.
24 घंटे मुहैया कराई जाएगी बिजलीः पेसू जीएम श्री राम सिंह ने कहा कि गर्मी को देखते हुए पटना बिजली आपूर्ति प्रतिष्ठान पूरी तरीके से तैयार है. बिजली की लोड और डिमांड बढ़ी है, उसको ध्यान में रखते हुए जितना डिमांड जाएगा उसके हिसाब से हम लोग तैयार हैं. बिहार के बिजली उपभोक्ताओं के लिए बिहार में बिजली उपलब्ध है, बाहर से भी बिजली खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है. लेकिन जैसे-जैसे बिजली का लोड बढ़ेगा तो आने वाले समय में बाहर से बिजली खरीदनी करने के नौबत आ सकती है. उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मुहैया कराई जाएगी.
बिजली से संबंधित शिकायत का निपटारा: श्रीराम सिंह ने कहा कि गर्मी में बिजली से संबंधित शिकायत भी बढ़ जाती है. उसका निपटारा किया जाता है. इसके आलावा ग्रीड,पावर ट्रांसफार्मर के अर्थिंग में पानी दिया जाता है ताकि वोल्टेज लेवल उसको सही मिले. लो वोलेटेज की समस्या उत्पन्न ना हो. डीटीआर का भी मेंटेनेंस किया जाता है. कहीं-कहीं फेज उड़ने की समस्या ओवरलोड की शिकायत मिलती है उसको भी तत्काल प्रभाव से दुरुस्त किया जाता है. उन्होंने कहा कि पटना में एक दिन में 1200 कॉल फ्यूज उड़ने का आ रहा है.
बिजली की मांग बढ़ सकती हैः अगर गर्मी का यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में बिजली की मांग और भी बढ़ सकती है, जिसके लिए आवश्यक तैयारियों की जरूरत है. बिजली विभाग के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ख्वाजा जमाल के अनुसार पूरे बिहार में भीषण गर्मी में 7000 से 7200 मेगावाट के बीच बिजली के खपत हो रही है. अगर इसी तरीके से गर्मी पड़ती रही तो 8000 मेगावाट के पार पहुंच सकती है. सुबह 10:00 बजे से लेकर 4:00 तक और शाम 7:00 से लेकर 12:00 तक बिजली का लोड ज्यादा बढ़ रहा है.