देहरादून: 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय इस साल शत प्रतिशत सर्विस मतदाताओं के मतदान का लक्ष्य रखा हुआ है. नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी सर्विस मतदाताओं को डाक मत पत्र भेजे जा चुके हैं. वहीं इस बार जिस तरह से निर्वाचन आयोग मतदाताओं सहित सर्विस मतदाताओं को जागरूक करने का काम कर रहा है, तो उम्मीद है कि इस बार सर्विस मतदाताओं के डाक मत पत्र साल 2019 में हुए चुनाव से अधिक प्राप्त होंगे.
सर्विस मतदाताओं को भेजे गए डाक मतपत्र: उत्तराखंड में इस समय लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के लिए राज्य की 05 लोकसभा सीटों के लिए सर्विस वोटरों की कुल संख्या 93 हजार 187 है. जिसमें टिहरी लोकसभा सीट पर 12 हजार 862, गढ़वाल लोकसभा सीट पर 34 हजार 845, अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 29 हजार 105, नैनीताल लोकसभा सीट पर 10 हजार 629 और हरिद्वार लोकसभा सीट पर 05 हजार 746 सर्विस वोटर चिन्हित किये गये हैं.
सर्विस वोटरों का मतदान 100 फीसदी कराने की कवायद: सभी सर्विस वोटरों के लिए ई-पोस्टल बैलेट भेजने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. सर्विस वोटरों के यूनिट कार्यालयों के सैन्य अधिकारियों से सक्षम स्तर पर सर्विस वोटरों को पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराने और पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कर संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर तक पहुंचाने के लिए अनुरोध किया गया है. साथ ही प्रयास किये जा रहे हैं कि सर्विस वोटरों का मतदान प्रतिशत लगभग शत प्रतिशत हो.
93 हजार से अधिक हैं सर्विस वोटर: अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया है कि पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के 90 हजार 845 सर्विस वोटरों में से 63 हजार 222 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए थे, जो कुल सर्विस वोटरों का लगभग 70 प्रतिशत था. डाक मतपत्र मतगणना दिवस तक सुबह 08 बजे तक आरओ के पास पहुंच जाने चाहिए. इसके बाद प्राप्त होने वाले डाक मतपत्रों को मतगणना के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकेगा. साथ ही राज्य में बनाये गये 11 हजार 729 पोलिंग बूथों में चुनावी पारदर्शिता को बनाये रखने के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की जायेंगी. राज्य के 5,898 पोलिंग बूथों में वेब कास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है. कुछ पोलिंग बूथों पर माइक्रो ऑब्जर्वजर एवं वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी की जायेगी.
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