लखनऊ : प्रदेश के पॉलिटेक्निक संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन की आधी फीस वापस लेने के लिए 5 जनवरी तक अपनी बैंक डिटेल विभाग को उपलब्ध करानी होगी. बता दें कि नवंबर में विभाग में पुनर्मूल्यांकन के समय विद्यार्थियों से 500 रुपये फीस प्रति सब्जेक्ट के हिसाब से लिया गया था, लेकिन विभाग ने आवेदन लेने के बाद विद्यार्थियों को राहत देते हुए 500 रुपये प्रति सब्जेक्ट की फीस को कम करके 250 रुपये कर दिया था.
उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद बोर्ड के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि पुनर्मूल्यांकन फार्म भरने वाले सभी विद्यार्थी जिनको 250 फीस वापसी होनी है, वह सभी छात्र 5 जनवरी तक अपने बैंक खाते का विवरण उपलब्ध करा दें. यदि 5 जनवरी तक विद्यार्थी बैंक खाता विवरण उपलब्ध नहीं कराते हैं तो ऐसे जितने भी छात्र रह जाएंगे उनके लिए ये मान लिया जाएगा कि वो शुल्क वापसी नहीं चाहते हैं.
सचिव ने बताया कि बोर्ड के निर्णय को पूरा किया जाएगा. 70 हजार विद्यार्थियों की सूची तैयार की गई है, लेकिन समस्या ये है कि बड़ी संख्या में विद्यार्थियों का बैंक विवरण सही नहीं है. अधिकांश विद्यार्थियों ने साइबर कैफे या किसी अन्य मोबाइल से पुनर्मूल्यांकन फार्म भरा और उसी अकाउंट से पैसे कटे हैं, इसलिए उन्हीं अकाउंट में पैसे वापस भेजे जाने से विद्यार्थियों का नुकसान होगा.
70 हजार विद्यार्थियों की वापस होनी है फीस : गौरतलब है कि पॉलिटेक्निक में करीब 1 लाख नौ हजार से अधिक कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन हुआ था. इसके लिए पूरे प्रदेश से करीब 70 हजार विद्यार्थियों ने आवेदन किया था. पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के डेढ़ महीने बाद भी अभी तक विद्यार्थियों के पैसे की वापसी नहीं हो पाई है, जबकि विद्यार्थियों ने जिस मोड से ऑनलाइन पेमेंट किया था, उसी मोड से पैसे वापस भेजे जाने थे.