ETV Bharat / state

अनीता चौधरी हत्याकांड : पॉलिग्राफी टेस्ट पर फंसा पेंच, अगली सुनवाई में होगा फैसला - ANITA CHOUDHARY MURDER CASE

अनीता चौधरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के पॉलीग्राफी टेस्ट पर कोर्ट में फैसला नहीं हो सका.

अनीता चौधरी हत्याकांड
अनीता चौधरी हत्याकांड (ETV Bharat File Photo)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 18, 2024, 5:16 PM IST

जोधपुर : अनीता हत्याकांड के मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के पॉलीग्राफी टेस्ट पर फैसला नहीं हो सका. सोमवार को कोर्ट में उसके अधिवक्ता ने कहा कि आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और पुलिस उसे मुंबई लेकर गई है. उसकी मौजूदगी में ही पॉलीग्राफी टेस्ट को लेकर निर्णय होगा. इस पर कोर्ट ने अगली सुनवाई पर पुलिस को गुलामुद्दीन को पेश करने का कहा है.

गुलामुद्दीन के अधिवक्ता एम ए राव ने बताया कि बिना आरोपी की सहमति के टेस्ट नहीं हो सकता. जब गुलामुद्दीन जोधपुर में नहीं है तो उसकी सहमति कैसे दी जा सकती है. कोर्ट ने अगली सुनवाई पर उसे पेश करने का कहा है. 20 नंबवर को अगली सुनवाई हो सकती है. पुलिस ने गुलामुद्दीन के अलावा सुमन उर्फ सुनीता और तैयब अंसारी का भी पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने के लिए आवेदन दिया है, जिस पर आज सुमन खुद कोर्ट में पेश हुई और उसने कोर्ट में लिखित में दिया कि वह पॉलीग्राफ टेस्ट नहीं करवाना चाहती है, जबकि तैयब अंसारी की ओर से न तो वह खुद पेश हुआ और न उसका कोई अधिवक्ता कोर्ट में आया, जिसके चलते कोई निर्णय नहीं हुआ.

गुलामुद्दीन के अधिवक्ता एम ए राव (ETV Bharat Jodhpur)

इसे भी पढ़ें- अनिता चौधरी हत्याकांड की जांच अब एडीसीपी के हवाले, आरोपी को मुंबई ले गई पुलिस

पॉलिग्राफी से पकड़ा जाता है झूठ : पॉलिग्राफी टेस्ट के माध्यम यह पता चलता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ ? मशीन से शरीर पर कई तरह के सेंसर लगाए जाते हैं, जिससे पूछताछ में व्यक्ति जब सवालों का जवाब देता है तो शरीर में होने वाले बदलाव जैसे धड़कन तेज होना, बीपी बढ़ना, पसीना आना सहित अन्य से पता चलता है कि व्यक्ति सहज नही हैं. वह झूठ बोल रहा हैं. इस टेस्ट के लिए पुलिस को आरोपी की सहमति लेना आवश्यक है.

क्यों करवाना चाहती है पुलिस टेस्ट ? : दरअसल, एक ऑडियो ने इस पूरे मामले को उलझा रखा है. ऑडियो में अनीता की सहेली सुमन उर्फ सुनीता मनमोहन चौधरी को इस घटना के पीछे प्रॉपर्टी व्यवसाई तैयब अंसारी का हाथ बता रही है, लेकिन पुलिस अभी तक पूछताछ में गुलामुद्दीन से तैयब अंसारी का कोई मजबूत लिंक नहीं ढूंढ पाई है. इसके लिए तैयब अंसारी से कई दिनों तक पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने उसे बुलाया तो तैयब के अधिवक्ता ने पुलिस से पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग करने की मांग का ज्ञापन दे दिया. पुलिस तीनों का पॉलीग्राफी करवाना चाह रही है.

सोना खरीदने वाले को पकड़ा : जांच अधिकारी एडीसीपी सुनील के पवार गुलामुद्दीन को लेकर मुंबई गए हैं, जिससे आरोपी फरारी के दौरान किन-किन लोगों से मिला और सोना कहां बेचा इसकी पुष्टि की जा सके. गुलामुद्दीन की तस्दीक पर मुंबई में अनीता का सोना खरीदने वाले एक व्यक्ति को भी पुलिस ने पकड़ा है, जिसे लेकर पुलिस देर रात या मंगलवार सुबह जोधपुर पहुंचेगी.

जोधपुर : अनीता हत्याकांड के मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के पॉलीग्राफी टेस्ट पर फैसला नहीं हो सका. सोमवार को कोर्ट में उसके अधिवक्ता ने कहा कि आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और पुलिस उसे मुंबई लेकर गई है. उसकी मौजूदगी में ही पॉलीग्राफी टेस्ट को लेकर निर्णय होगा. इस पर कोर्ट ने अगली सुनवाई पर पुलिस को गुलामुद्दीन को पेश करने का कहा है.

गुलामुद्दीन के अधिवक्ता एम ए राव ने बताया कि बिना आरोपी की सहमति के टेस्ट नहीं हो सकता. जब गुलामुद्दीन जोधपुर में नहीं है तो उसकी सहमति कैसे दी जा सकती है. कोर्ट ने अगली सुनवाई पर उसे पेश करने का कहा है. 20 नंबवर को अगली सुनवाई हो सकती है. पुलिस ने गुलामुद्दीन के अलावा सुमन उर्फ सुनीता और तैयब अंसारी का भी पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने के लिए आवेदन दिया है, जिस पर आज सुमन खुद कोर्ट में पेश हुई और उसने कोर्ट में लिखित में दिया कि वह पॉलीग्राफ टेस्ट नहीं करवाना चाहती है, जबकि तैयब अंसारी की ओर से न तो वह खुद पेश हुआ और न उसका कोई अधिवक्ता कोर्ट में आया, जिसके चलते कोई निर्णय नहीं हुआ.

गुलामुद्दीन के अधिवक्ता एम ए राव (ETV Bharat Jodhpur)

इसे भी पढ़ें- अनिता चौधरी हत्याकांड की जांच अब एडीसीपी के हवाले, आरोपी को मुंबई ले गई पुलिस

पॉलिग्राफी से पकड़ा जाता है झूठ : पॉलिग्राफी टेस्ट के माध्यम यह पता चलता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ ? मशीन से शरीर पर कई तरह के सेंसर लगाए जाते हैं, जिससे पूछताछ में व्यक्ति जब सवालों का जवाब देता है तो शरीर में होने वाले बदलाव जैसे धड़कन तेज होना, बीपी बढ़ना, पसीना आना सहित अन्य से पता चलता है कि व्यक्ति सहज नही हैं. वह झूठ बोल रहा हैं. इस टेस्ट के लिए पुलिस को आरोपी की सहमति लेना आवश्यक है.

क्यों करवाना चाहती है पुलिस टेस्ट ? : दरअसल, एक ऑडियो ने इस पूरे मामले को उलझा रखा है. ऑडियो में अनीता की सहेली सुमन उर्फ सुनीता मनमोहन चौधरी को इस घटना के पीछे प्रॉपर्टी व्यवसाई तैयब अंसारी का हाथ बता रही है, लेकिन पुलिस अभी तक पूछताछ में गुलामुद्दीन से तैयब अंसारी का कोई मजबूत लिंक नहीं ढूंढ पाई है. इसके लिए तैयब अंसारी से कई दिनों तक पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया. बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने उसे बुलाया तो तैयब के अधिवक्ता ने पुलिस से पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग करने की मांग का ज्ञापन दे दिया. पुलिस तीनों का पॉलीग्राफी करवाना चाह रही है.

सोना खरीदने वाले को पकड़ा : जांच अधिकारी एडीसीपी सुनील के पवार गुलामुद्दीन को लेकर मुंबई गए हैं, जिससे आरोपी फरारी के दौरान किन-किन लोगों से मिला और सोना कहां बेचा इसकी पुष्टि की जा सके. गुलामुद्दीन की तस्दीक पर मुंबई में अनीता का सोना खरीदने वाले एक व्यक्ति को भी पुलिस ने पकड़ा है, जिसे लेकर पुलिस देर रात या मंगलवार सुबह जोधपुर पहुंचेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.