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भारत रत्न सम्मान पर तेज हुई सियासत, कांग्रेस के चुनावी नजरिए पर सतीश पूनिया ने कही ये बात

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 9, 2024, 10:07 PM IST

Politics on Bharat Ratna Award, केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव, चौधरी चरण सिंह और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान किया. पीएम मोदी के इस ऐलान का प्रदेश भाजपा के नेताओं ने स्वागत किया तो अब कांग्रेस इसके भी सियासी मायने निकाल रही है. वहीं, कांग्रेस की टिप्पणी पर पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की मूर्खता है कि वो इस फैसले को लेकर भी सियासत कर रहे हैं.

Politics on Bharat Ratna Award
Politics on Bharat Ratna Award
पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया

जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव, चौधरी चरण सिंह और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न दिया जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. वहीं, इस घोषणा का प्रदेश भाजपा के नेताओं स्वागत किया तो कांग्रेस इसे आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देख रही है. साथ ही इसे चुनावी स्टंट करार दिया. वहीं, कांग्रेस के नजरिए और टिप्पणी पर भाजपा के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी और कहा गया कि देश का दुर्भाग्य है कि किसान वर्ग से आने वाले नेता को मिल रहे सम्मान की आलोचना हो रही है.

पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि किसी ने कहा कि देर से निर्णय लिया गया, लेकिन जो देरी हुई भी वो पिछले सरकारों की थी. पीएम मोदी ने तो उसे दुरुस्त करने का काम किया है. आगे कांग्रेस की आलोचना पर पूनिया ने कहा कि हमारे यहां समाज में गॉसिप्स होते रहती है. मैं इसे बुरा नहीं मानता, लेकिन इससे सामने वाले की भावना समझ में आती है. उन्होंने कहा कि मोदी युग में पद्म पुरस्कारों का वितरण भी जिस तरीके से होता है, वो सबके सामने है. मोदी युग में जमीनी धरातल के किसी सामान्य संगीत के कलाकार को, किसी हैंडीक्राफ्ट वाले को, किसी किसान को सम्मान मिलता है.

इसे भी पढ़ें - 17 दिनों में पांच भारत रत्न, मोदी सरकार के क्या हैं राजनीतिक संदेश ?

पूनिया ने आगे कहा कि इससे पहले भी पुरस्कार दिए गए हैं, वो किसी सियासत का हिस्सा नहीं थे और आज भी यदि कोई निर्णय हुआ है तो वो भी स्वागत योग्य है. अब उसको सियासत से जोड़ना कांग्रेस की फितरत है. मैं नहीं मानता इसमें कोई राजनीति है. किसी को उसके योगदान के लिए सम्मान मिलता है तो कांग्रेस पार्टी को इसकी प्रशंसा करनी चाहिए. यह उनकी मूर्खता है कि अभी भी वो इसमें सियासत ढूंढ रहे हैं. पूनिया ने कहा कि चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का निर्णय गौरवपूर्ण विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन महान व्यक्तित्वों को देश का सर्वोच्च सम्मान देकर सही मायनों में उचित सम्मान दिया है.

इनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतीय अर्थनीति में क्रांतिकारी परिवर्तन करने वाले पीवी नरसिम्हा राव, किसान हितैषी चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की है. इन महान हस्तियों को भारत रत्न की घोषणा पर प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार.

इसे भी पढ़ें - पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा को भारत रत्न सम्मान पर बोले तेलंगाना सीएम, लोगों के लिए गर्व की बात

वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भारत सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को (मरणोपरांत) 'भारत रत्न' देने के निर्णय पर एक्स पर लिखा कि देश की इन तीनों महान विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने का यह निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है. इस अनुकरणीय निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का हृदय से आभार.

राठौड़ ने आगे लिखा कि देश में कुछ ही राजनेता ऐसे हुए हैं, जिन्होंने लोगों के बीच रहकर सरलता से कार्य करते हुए लोकप्रियता हासिल की हो. किसानों और गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह ऐसी ही एक शख्सियत थे. उन्होंने अत्यंत साधारण जीवन व्यतीत करते हुए गांवों, अन्नदाता किसानों, शोषितों और वंचितों के उत्थान के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था. राठौड़ ने लिखा कि भारतीय राजनीति के चाणक्य और आर्थिक उदारीकरण के जनक कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने अपने कई ऐतिहासिक निर्णयों के जरिए भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का कार्य किया है. उनके द्वारा भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोलने का निर्णय मील का पत्थर साबित हुआ है. साथ ही भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में भी उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.

इसे भी पढ़ें - मोदी सरकार के कार्यकाल में दिए गए भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट, देखें तस्वीर

आगे उन्होंने कृषि के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भरता बनाने और भारतीय कृषि को आधुनिक रूप प्रदान करने की दिशा में देश की हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अपनी दूरदर्शिता के माध्यम से उन्होंने भारत के कृषि क्षेत्रों में कई अनुकरणीय बदलाव किए. इन बदलाव और निर्णयों के कारण ही आज देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि की सुनिश्चितता का सपना साकार हुआ है. देश की इन तीनों महान विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने का यह निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है. इस अनुकरणीय निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का हृदय से आभार.

पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया

जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव, चौधरी चरण सिंह और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न दिया जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. वहीं, इस घोषणा का प्रदेश भाजपा के नेताओं स्वागत किया तो कांग्रेस इसे आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देख रही है. साथ ही इसे चुनावी स्टंट करार दिया. वहीं, कांग्रेस के नजरिए और टिप्पणी पर भाजपा के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी और कहा गया कि देश का दुर्भाग्य है कि किसान वर्ग से आने वाले नेता को मिल रहे सम्मान की आलोचना हो रही है.

पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि किसी ने कहा कि देर से निर्णय लिया गया, लेकिन जो देरी हुई भी वो पिछले सरकारों की थी. पीएम मोदी ने तो उसे दुरुस्त करने का काम किया है. आगे कांग्रेस की आलोचना पर पूनिया ने कहा कि हमारे यहां समाज में गॉसिप्स होते रहती है. मैं इसे बुरा नहीं मानता, लेकिन इससे सामने वाले की भावना समझ में आती है. उन्होंने कहा कि मोदी युग में पद्म पुरस्कारों का वितरण भी जिस तरीके से होता है, वो सबके सामने है. मोदी युग में जमीनी धरातल के किसी सामान्य संगीत के कलाकार को, किसी हैंडीक्राफ्ट वाले को, किसी किसान को सम्मान मिलता है.

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पूनिया ने आगे कहा कि इससे पहले भी पुरस्कार दिए गए हैं, वो किसी सियासत का हिस्सा नहीं थे और आज भी यदि कोई निर्णय हुआ है तो वो भी स्वागत योग्य है. अब उसको सियासत से जोड़ना कांग्रेस की फितरत है. मैं नहीं मानता इसमें कोई राजनीति है. किसी को उसके योगदान के लिए सम्मान मिलता है तो कांग्रेस पार्टी को इसकी प्रशंसा करनी चाहिए. यह उनकी मूर्खता है कि अभी भी वो इसमें सियासत ढूंढ रहे हैं. पूनिया ने कहा कि चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का निर्णय गौरवपूर्ण विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन महान व्यक्तित्वों को देश का सर्वोच्च सम्मान देकर सही मायनों में उचित सम्मान दिया है.

इनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतीय अर्थनीति में क्रांतिकारी परिवर्तन करने वाले पीवी नरसिम्हा राव, किसान हितैषी चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की है. इन महान हस्तियों को भारत रत्न की घोषणा पर प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार.

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वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भारत सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को (मरणोपरांत) 'भारत रत्न' देने के निर्णय पर एक्स पर लिखा कि देश की इन तीनों महान विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने का यह निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है. इस अनुकरणीय निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का हृदय से आभार.

राठौड़ ने आगे लिखा कि देश में कुछ ही राजनेता ऐसे हुए हैं, जिन्होंने लोगों के बीच रहकर सरलता से कार्य करते हुए लोकप्रियता हासिल की हो. किसानों और गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह ऐसी ही एक शख्सियत थे. उन्होंने अत्यंत साधारण जीवन व्यतीत करते हुए गांवों, अन्नदाता किसानों, शोषितों और वंचितों के उत्थान के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था. राठौड़ ने लिखा कि भारतीय राजनीति के चाणक्य और आर्थिक उदारीकरण के जनक कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने अपने कई ऐतिहासिक निर्णयों के जरिए भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का कार्य किया है. उनके द्वारा भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोलने का निर्णय मील का पत्थर साबित हुआ है. साथ ही भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में भी उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.

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आगे उन्होंने कृषि के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भरता बनाने और भारतीय कृषि को आधुनिक रूप प्रदान करने की दिशा में देश की हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अपनी दूरदर्शिता के माध्यम से उन्होंने भारत के कृषि क्षेत्रों में कई अनुकरणीय बदलाव किए. इन बदलाव और निर्णयों के कारण ही आज देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि की सुनिश्चितता का सपना साकार हुआ है. देश की इन तीनों महान विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने का यह निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है. इस अनुकरणीय निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का हृदय से आभार.

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