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काफी फिल्मी है पूर्व सीएम ओपी चौटाला का सियासी सफर...पढ़ाई छोड़ की सियासत में एंट्री फिर जेल में रहकर की पढ़ाई - POLITICAL JOURNEY OF OP CHAUTALA

हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला का सियासी सफर काफी फिल्मी है. आइए एक नजर डालते हैं उनके सियासी सफर पर...

Political journey of OP Chautala
ओपी चौटाला का सियासी सफर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 6 hours ago

Updated : 3 hours ago

चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया. गुरुग्राम के अस्पताल में ओपी चौटाला ने अंतिम सांस ली. उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक का माहौल है. बात अगर परिवार की करें तो शुरू से ही इनको सियासी माहौल मिला. पिता सीएम के साथ ही उप प्रधानमंत्री रह चुके थे. ओपी चौटाला के दोनों बेटे अभय चौटाला और अजय चौटाला भी सियासत में हैं. ओपी चौटाला 5 बार सीएम और सात बार विधायक रह चुके हैं. आइए एक नजर डालते हैं, उनके सियासी सफर पर...

OM PRAKASH CHAUTALA
पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

पढ़ाई छोड़ किया राजनीति का रूख: 1 जनवरी 1935 को सिरसा के चौटाला गांव में ओपी चौटाला का जन्म हुआ. उनके पिता चौधरी देवी लाल हरियाणा के सीएम और देश के उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उनके घर में शुरू से ही सियासी माहौल था. यही कारण था कि उनका झुकाव भी सियासत की ओर था. उन्होंने अपनी पढ़ाई में ब्रेक लगाकर पिता की तरह सियासत का रूख किया. ओपी चौटाला सिर्फ एक बार ही सीएम का कार्यकाल पूरा किए थे. चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल ने साल 2000 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, जो पूरे 5 साल चली और ओपी चौटाला इस दौरान मुख्यमंत्री रहे.

ओपी चौटाला का सियासी सफर (Etv Bharat)

काफी दिलचस्प है चौटाला के सीएम बनने की कहानी: ओपी चौटाला के 5 बार सीएम बनने की स्टोरी भी काफी रोचक है.ओपी चौटाला की साल 1968 में सियासत में एंट्री हुई. हालांकि पहले ही विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. एक साल बाद हुए चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ओपी चौटाला विधायक बने. 2 दिसंबर साल 1989 को वह हरियाणा के सातवें सीएम बने. हालांकि 5 माह बाद ही महम उपचुनाव में धांधली के आरोप लगने पर उनको सीएम पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद 12 जुलाई साल 1990 को वह दूसरी बार हरियाणा के सीएम बने. हालांकि महम उपचुनाव में बूथ कैप्चरिंग के आरोपों के कारण पांच दिन बाद फिर से उनको इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद 22 मार्च साल 1991 को वह तीसरी बार राज्य के सीएम बने. लेकिन इस बार भी महज 14 दिन वो सीएम बने रहे. विधानसभा में वो बहुमत सिद्ध नहीं कर पाए और उनकी सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. इसके बाद साल 1999 में वो चौथी बार हरियाणा के सीएम बने. इस बार उन्होंने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में उन्हें स्पष्ट बहुमत मिला और वह पांचवीं बार सीएम बने.

HARYANA FORMER CM OP CHAUTALA
हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

घड़ियों की स्मगलिंग के कारण हुए थे गिरफ्तार: सबसे अजीब तो ये थी कि वो सीएम रहने के बावजूद स्मगलिंग के केस में गिरफ्तार भी हो चुके थे. कहा जाता है कि किसी जमाने में ओपी चौटाला घड़ियों की स्मगलिंग किया करते थे. स्मगलिंग करते हुए उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. इस घटना के बाद उनके पिता चौधरी देवीलाल ने उन्हें घर से बेदखल तक कर दिया था.

Former CM Chautala talking to the people
लोगों से बात करते पूर्व सीएम चौटाला (Op Chautala Twitter)

जेल भी जा चुके हैं चौटाला: साल 2013 में हरियाणा के जेबीटी भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला सहित कुछ अन्य नेताओं और अधिकारियों का नाम सामने आया थे. कोर्ट ने ओपी चौटाला और अजय चौटाला को 10-10 साल की सजा सुनाई थी. ओपी चौटाला पर साल 2000 में करीब 3200 टीचर्स को गैर-कानूनी तरीके से भर्ती का आरोप लगा था. कोर्ट ने उन्हें इस मामले में भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश का दोषी करार दिया था. जेबीटी भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश चौटाला जुलाई 2021 में तिहाड़ जेल से रिहा हुए थे. 10 साल की सजा पाने वाले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सजा पूरी होने से 6 महीने पहले रिहा कर दिए गए.

Former CM Chautala coming out of jail
जेल से बाहर आते पूर्व सीएम चौटाला (ETV Bharat)

जेल में रहकर की पढ़ाई: पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला जेबीटी भर्ती घोटाले की सजा काटने के दौरान जेल से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दिए थी. परीक्षा में उनके अच्छे अंक भी आए थे. काफी दिनों तक इस बात की चर्चा भी सियासी गलियारे में होती रही. कुल मिलाकर पूर्व सीएम ओपी चौटाला का सियासी सफर और उनके कारनामें काफी दिलचस्प रहे हैं. अक्सर ये किसी न किसी कारण से चर्चा में बने रहे और इनकी चर्चा कभी आम नहीं बल्कि खास लोगों में होती रही. आज उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक का माहौल है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया. गुरुग्राम के अस्पताल में ओपी चौटाला ने अंतिम सांस ली. उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक का माहौल है. बात अगर परिवार की करें तो शुरू से ही इनको सियासी माहौल मिला. पिता सीएम के साथ ही उप प्रधानमंत्री रह चुके थे. ओपी चौटाला के दोनों बेटे अभय चौटाला और अजय चौटाला भी सियासत में हैं. ओपी चौटाला 5 बार सीएम और सात बार विधायक रह चुके हैं. आइए एक नजर डालते हैं, उनके सियासी सफर पर...

OM PRAKASH CHAUTALA
पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

पढ़ाई छोड़ किया राजनीति का रूख: 1 जनवरी 1935 को सिरसा के चौटाला गांव में ओपी चौटाला का जन्म हुआ. उनके पिता चौधरी देवी लाल हरियाणा के सीएम और देश के उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उनके घर में शुरू से ही सियासी माहौल था. यही कारण था कि उनका झुकाव भी सियासत की ओर था. उन्होंने अपनी पढ़ाई में ब्रेक लगाकर पिता की तरह सियासत का रूख किया. ओपी चौटाला सिर्फ एक बार ही सीएम का कार्यकाल पूरा किए थे. चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल ने साल 2000 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, जो पूरे 5 साल चली और ओपी चौटाला इस दौरान मुख्यमंत्री रहे.

ओपी चौटाला का सियासी सफर (Etv Bharat)

काफी दिलचस्प है चौटाला के सीएम बनने की कहानी: ओपी चौटाला के 5 बार सीएम बनने की स्टोरी भी काफी रोचक है.ओपी चौटाला की साल 1968 में सियासत में एंट्री हुई. हालांकि पहले ही विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. एक साल बाद हुए चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ओपी चौटाला विधायक बने. 2 दिसंबर साल 1989 को वह हरियाणा के सातवें सीएम बने. हालांकि 5 माह बाद ही महम उपचुनाव में धांधली के आरोप लगने पर उनको सीएम पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद 12 जुलाई साल 1990 को वह दूसरी बार हरियाणा के सीएम बने. हालांकि महम उपचुनाव में बूथ कैप्चरिंग के आरोपों के कारण पांच दिन बाद फिर से उनको इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद 22 मार्च साल 1991 को वह तीसरी बार राज्य के सीएम बने. लेकिन इस बार भी महज 14 दिन वो सीएम बने रहे. विधानसभा में वो बहुमत सिद्ध नहीं कर पाए और उनकी सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. इसके बाद साल 1999 में वो चौथी बार हरियाणा के सीएम बने. इस बार उन्होंने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में उन्हें स्पष्ट बहुमत मिला और वह पांचवीं बार सीएम बने.

HARYANA FORMER CM OP CHAUTALA
हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

घड़ियों की स्मगलिंग के कारण हुए थे गिरफ्तार: सबसे अजीब तो ये थी कि वो सीएम रहने के बावजूद स्मगलिंग के केस में गिरफ्तार भी हो चुके थे. कहा जाता है कि किसी जमाने में ओपी चौटाला घड़ियों की स्मगलिंग किया करते थे. स्मगलिंग करते हुए उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. इस घटना के बाद उनके पिता चौधरी देवीलाल ने उन्हें घर से बेदखल तक कर दिया था.

Former CM Chautala talking to the people
लोगों से बात करते पूर्व सीएम चौटाला (Op Chautala Twitter)

जेल भी जा चुके हैं चौटाला: साल 2013 में हरियाणा के जेबीटी भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला सहित कुछ अन्य नेताओं और अधिकारियों का नाम सामने आया थे. कोर्ट ने ओपी चौटाला और अजय चौटाला को 10-10 साल की सजा सुनाई थी. ओपी चौटाला पर साल 2000 में करीब 3200 टीचर्स को गैर-कानूनी तरीके से भर्ती का आरोप लगा था. कोर्ट ने उन्हें इस मामले में भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश का दोषी करार दिया था. जेबीटी भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश चौटाला जुलाई 2021 में तिहाड़ जेल से रिहा हुए थे. 10 साल की सजा पाने वाले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सजा पूरी होने से 6 महीने पहले रिहा कर दिए गए.

Former CM Chautala coming out of jail
जेल से बाहर आते पूर्व सीएम चौटाला (ETV Bharat)

जेल में रहकर की पढ़ाई: पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला जेबीटी भर्ती घोटाले की सजा काटने के दौरान जेल से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दिए थी. परीक्षा में उनके अच्छे अंक भी आए थे. काफी दिनों तक इस बात की चर्चा भी सियासी गलियारे में होती रही. कुल मिलाकर पूर्व सीएम ओपी चौटाला का सियासी सफर और उनके कारनामें काफी दिलचस्प रहे हैं. अक्सर ये किसी न किसी कारण से चर्चा में बने रहे और इनकी चर्चा कभी आम नहीं बल्कि खास लोगों में होती रही. आज उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक का माहौल है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Last Updated : 3 hours ago
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