उन्नाव : कानपुर-लखनऊ नेशनल हाईवे के पास स्थित औद्योगिक कॉरिडोर (industrial corridor) का गुरुवार को यूपी के मुख्य सचिव मनोज सिंह ने निरीक्षण किया. दरअसल पोलैंड की एक कंपनी यहां अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाह रही है. इसके लिए जरूरी सुविधाओं जैसे सड़क, बिजली की व्यवस्था का मुख्य सचिव का जायजा लिया. इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में पोलैंड की कंपनी के आने से हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा. यह कंपनी पेय पदार्थ की पैकिंग के लिए एल्युमिनियम के डिब्बों, कांच की बोतलें, धातु के ढक्कनों और कंटेनर आदि उत्पाद बनाती है.
मुख्य सचिव के साथ कंपनी के अधिकारी भी रहे मौजूद: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज सिंह उन्नाव में सराय कटियान गांव के पास बन रहे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की साइट पर पहुंचे. मुख्य सचिव के साथ पोलैंड की कैनपैक कंपनी के अधिकारी भी मौजूद थे. मुख्य सचिव के आने का मुख्य कारण कैनपैक कंपनी के अधिकारियों को जमीन का भौतिक निरीक्षण करवाना था, क्योंकि उन्नाव में कंपनी अपनी एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाह रही है. इसके लिए उसे कई बीघा जमीन की जरूरत है.
कंपनी को हर सुविधा का आश्वासन: मुख्य सचिव ने बताया कि पोलैंड की कंपनी उन्नाव में अपनी फैक्ट्री की स्थापना करना चाह रही है, जिसको लेकर वह यहां पर आए हैं. उन्होंने फैक्ट्री की आवश्यकतानुसार जमीन के लिए अधिकारियों के साथ वार्ता की है. उन्हें हर संभव सुविधा देने के लिए आशवस्त किया है. बताया कि इस कॉरिडोर में कई कंपनियां आएंगी, जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा.
लाइट, पानी व सीवरेज के प्रबंध का निर्देश : मुख्य सचिव मनोज सिंह ने उन्नाव के जल निगम, बिजली विभाग व जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में बिजली, पानी व सीवर की व्यवस्था जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए. जिससे जो भी कंपनियां आएं, उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े.
कई देशों में कारोबार कर रही कैनपैक कंपनी : पोलैंड की कंपनी कैनपैक आज कई देशों में पेय पदार्थ की पैकेजिंग के लिए संसाधनों का निर्माण कर रही है. कंपनी के दुनिया भर में 27 संयंत्र हैं और लगभग 8500 कर्मचारी काम करते हैं. यह कंपनी खाद्य-पेय निर्माता के लिए एल्युमिनियम के डिब्बों और कांच की बोतलों से लेकर धातु के ढक्कन, कंटेनरों तक टिकाऊ उत्पाद तैयार करती है. यह कंपनी 30 वर्षों से ज्यादा समय से इस व्यवसाय में है.
इसी साल नवंबर से गंगा एक्सप्रेस वे दौड़ेंगी गाड़ियां: मुख्य सचिव ने गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रही कंपनियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. मुख्य सचिव ने एक्सप्रेस वे को हर हाल में नवंबर में चालू करने के निर्देश दिए. कहा कि मुख्यमंत्री के साथ निर्देश हैं कि नवंबर से इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां चलनी शुरू हो जाएं. जिससे 2025 में होने वाले कुंभ में यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण इस समय जोरों पर चल रहा है.