रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा पर बिकानेर राजस्थान से आए कुछ यात्रियों ने मंदिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों पर धक्कामुक्की के साथ ही अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है. यात्रियों ने यह भी कहा कि जब वह शिकायत करने उच्च अधिकारियों के पास गए तो उच्च अधिकारियों ने भी उनसे सही तरीके से बात नहीं की. वहीं पुलिस का पूरे मामले में कहना है कि यात्री वीआईपी लाइन से दर्शन करना चाहते थे. जब उन्हें मना किया गया तो यात्रियों ने ही पुलिस के साथ गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया.
सोमवार को केदारनाथ मंदिर परिसर में कुछ तीर्थ यात्रियों और ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों के बीच कहासुनी हो गई. यात्रियों ने पुलिस पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया. जबकि पुलिस ने अपनी सफाई में यात्रियों को गलत ठहराया है. राजस्थान से आई यात्री देवी, आराध्य, संजय कुमार सोनी, यमुना सोनी, प्रेमसन सोनी आदि यात्रियों ने कहा कि दर्शन के दौरान एक पुरुष कॉन्स्टेबल ने धक्का दिया. जबकि बच्चों के साथ भी सही तरीके से बात नहीं की. शिकायत दर्ज कराने जब उच्च अधिकारियों के पास गए तो उन्होंने भी डांट-फटकार लगाई और भगा दिया. यात्री फिर समस्या लेकर केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के पास गए. तीर्थ पुरोहित समाज ने भी पुलिस पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया और पुलिस के विरोध में धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की.
तीर्थ पुरोहितों का कहना था कि पुरोहित हर कार्य में सरकार का साथ दे रहे हैं. लेकिन धाम में तैनात पुलिस कर्मी गुंडागर्दी कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहित अंकित सेमवाल, पंकज शुक्ला आदि ने कहा कि पुलिस का व्यवहार धाम में अच्छा नहीं है. यात्रियों को लेकर जब तीर्थ पुरोहित मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं. उन्हें पुलिस जवान मना कर रहे हैं. पुलिस के कारण धाम की छवि खराब हो रही है.
वहीं, धाम में तैनात पुलिस उपाधीक्षक अविनाश वर्मा ने कहा कि कुछ यात्री वीआईपी गेट से मंदिर के भीतर दर्शन करना जाना चाहते थे. वीआईपी गेट से दर्शन करना बंद है. जब वहां पर तैनात पुलिस जवानों ने यात्रियों को रोका तो यात्रियों ने पुलिस के साथ गलत व्यवहार किया. पुलिस ने बामुश्किल यात्रियों को समझाकर वहां से हटवाया. वहीं दूसरी ओर पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा भदाणे ने जांच के आदेश दिए हैं.
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