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केदारघाटी में बाहरी लोगों के प्रवेश बैन बोर्ड लगाने पर हरकत में आई पुलिस, अब कर रही ये काम - Outsiders Entry Restricted Board

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 9, 2024, 4:21 PM IST

Updated : Sep 9, 2024, 5:13 PM IST

Outsiders Entry Restricted Board in Rudraprayag रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी के गांवों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध से जुड़ा बोर्ड लगाने का मामला सामने आया है. जिसमें बाहरी लोगों के प्रवेश पर अर्थदंड के साथ ही कानून कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. अब पुलिस मामले को लेकर कार्रवाई में जुट गई है.

Kedarghati
चेतावनी बोर्ड (फोटो- ETV Bharat)

रुद्रप्रयाग: इन दिनों केदारघाटी के ग्रामीण इलाकों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को लेकर लगाए गए साइन बोर्ड सुर्खियों में हैं. ग्रामीणों ने बाहरी व्यक्तियों को चेतावनी दी है कि अगर वे गांव में प्रवेश करेंगे तो उन्हें पांच हजार का अर्थदंड लगाने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, चेतावनी भरे साइन बोर्ड लगने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है. अब बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर लगाए गए साइन बोर्ड को हटाने में जुट गई है. उधर, इस मामले को लेकर हिंदू संगठन एक मंच पर आ चुके हैं.

बाहरी लोगों के प्रवेश बैन बोर्ड का मामला (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

दरअसल, पहाड़ों में आपराधिक घटनाएं देखने को मिल रही हैं. जिसमें कई मामलों में बाहरी लोगों का हाथ सामने आया है. हाल में श्रीनगर और नंदानगर की घटनाओं को लेकर भी हिंदू संगठन से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. साथ ही इस तरह की घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं. केदारघाटी के सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सेमवाल ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एक मुहिम छेड़ी गई है.

जिसके तहत ग्रामीण इलाकों में बाहरी लोगों के प्रवेश को लेकर पाबंदी लगाने के लिए सूचना बोर्ड लगाए जा रहे हैं. जगह-जगह साइन बोर्ड लगाकर चेतावनी दी जा रही है कि वे अगर गांव में प्रवेश करेंगे तो उन्हें पांच हजार का अर्थदंड भुगतना होगा. साथ उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ताकि, अराजक लोग पहाड़ के ग्रामीण इलाकों का माहौल खराब न करें. बता दें कि इससे पहले खास समुदाय के प्रतिबंध से जुड़े चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए थे. जिसे अब बदल दिया गया है.

क्या बोली पुलिस? रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी को लेकर साइन बोर्ड लगाए गए हैं. इसके जरिए ग्रामीण सामाजिक सौहार्द को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. जिन जगहों पर ये बोर्ड लगाए जा रहे हैं, उन स्थानों से इन बोर्ड को हटवाया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम प्रधानों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे इस तरह से बोर्ड न लगाएं. ग्राम प्रधान के साथ ही किसी अन्य व्यक्ति को भी इस तरह के बोर्ड लगाने का अधिकार नहीं है. अगर ऐसा किया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

डीजीपी अभिनव कुमार ने कही ये बात: वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि रुद्रप्रयाग एसपी से मामले में रिपोर्ट मांगी है. हम स्थानीय लोगों की भावनाओं और कानून को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करेंगे. कई पर्यटक और श्रद्धालु राज्य में आते हैं. इसके अलावा बदमाश भी राज्य में सनसनीखेज अपराध करने के लिए घुसते हैं. पिछले 10-15 दिनों में कुछ घटनाएं हुई हैं, जिन पर लोगों ने अपनी राय दी है. राज्य में कानून व्यवस्था ठीक है. कानून व्यवस्था खराब होने की बात कही जा रहा, जो गलत है. अब पुलिस अधिकारियों को रात 1 बजे तक अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त करने का आदेश जारी किया जाएगा.

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रुद्रप्रयाग: इन दिनों केदारघाटी के ग्रामीण इलाकों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को लेकर लगाए गए साइन बोर्ड सुर्खियों में हैं. ग्रामीणों ने बाहरी व्यक्तियों को चेतावनी दी है कि अगर वे गांव में प्रवेश करेंगे तो उन्हें पांच हजार का अर्थदंड लगाने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, चेतावनी भरे साइन बोर्ड लगने के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है. अब बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर लगाए गए साइन बोर्ड को हटाने में जुट गई है. उधर, इस मामले को लेकर हिंदू संगठन एक मंच पर आ चुके हैं.

बाहरी लोगों के प्रवेश बैन बोर्ड का मामला (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

दरअसल, पहाड़ों में आपराधिक घटनाएं देखने को मिल रही हैं. जिसमें कई मामलों में बाहरी लोगों का हाथ सामने आया है. हाल में श्रीनगर और नंदानगर की घटनाओं को लेकर भी हिंदू संगठन से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. साथ ही इस तरह की घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं. केदारघाटी के सामाजिक कार्यकर्ता अशोक सेमवाल ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एक मुहिम छेड़ी गई है.

जिसके तहत ग्रामीण इलाकों में बाहरी लोगों के प्रवेश को लेकर पाबंदी लगाने के लिए सूचना बोर्ड लगाए जा रहे हैं. जगह-जगह साइन बोर्ड लगाकर चेतावनी दी जा रही है कि वे अगर गांव में प्रवेश करेंगे तो उन्हें पांच हजार का अर्थदंड भुगतना होगा. साथ उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ताकि, अराजक लोग पहाड़ के ग्रामीण इलाकों का माहौल खराब न करें. बता दें कि इससे पहले खास समुदाय के प्रतिबंध से जुड़े चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए थे. जिसे अब बदल दिया गया है.

क्या बोली पुलिस? रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी को लेकर साइन बोर्ड लगाए गए हैं. इसके जरिए ग्रामीण सामाजिक सौहार्द को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. जिन जगहों पर ये बोर्ड लगाए जा रहे हैं, उन स्थानों से इन बोर्ड को हटवाया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम प्रधानों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे इस तरह से बोर्ड न लगाएं. ग्राम प्रधान के साथ ही किसी अन्य व्यक्ति को भी इस तरह के बोर्ड लगाने का अधिकार नहीं है. अगर ऐसा किया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

डीजीपी अभिनव कुमार ने कही ये बात: वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि रुद्रप्रयाग एसपी से मामले में रिपोर्ट मांगी है. हम स्थानीय लोगों की भावनाओं और कानून को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करेंगे. कई पर्यटक और श्रद्धालु राज्य में आते हैं. इसके अलावा बदमाश भी राज्य में सनसनीखेज अपराध करने के लिए घुसते हैं. पिछले 10-15 दिनों में कुछ घटनाएं हुई हैं, जिन पर लोगों ने अपनी राय दी है. राज्य में कानून व्यवस्था ठीक है. कानून व्यवस्था खराब होने की बात कही जा रहा, जो गलत है. अब पुलिस अधिकारियों को रात 1 बजे तक अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त करने का आदेश जारी किया जाएगा.

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Last Updated : Sep 9, 2024, 5:13 PM IST
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