चंपावत: जनपद का साइबर सेल, एसओजी और पुलिस पुलिस साइबर फ्रॉड की रोकथाम के लिए लगातार कार्य कर रही है. वहीं पुलिस ने बनबसा थाना क्षेत्र के व्यापारी के साथ दस लाख से अधिक की ठगी की धनराशि वापस कराई है. इस मामले में पहले ही जनपद पुलिस साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं पीड़ित व्यापारी पंकज अग्रवाल ने धनराशि वापस खाते में कराए जाने के बाद बनबसा थाना पुलिस का आभार जताया है. इस मौके पर प्रांतीय व्यापार मंडल पुलिस कप्तान व अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया.
चंपावत जिले के बनबसा थाने में बीते 24 अक्टूबर 2024 को साइबर अपराधियों ने बनबसा मीना बाजार व्यापारी पंकज कुमार अग्रवाल के खाते से दस लाख 29 हजार छ सौ उन्यासी रुपए निकाल लिए. इस पर पीड़ित व्यापारी साइबर फ्रॉड होने पर टोल फ्री नंबर पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद यह मामला चम्पावत जिले की टनकपुर स्थित साइबर यूनिट के पास पहुंचा. वहीं साइबर सेल टनकपुर की सहायता से मामला बनबसा थाने में दर्ज कराया गया. वहीं मामले में बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण जगवान, एसओजी इंचार्ज मनीष खत्री,सर्विलांस सेल सिपाही गिरीश भट्ट,व साइबर सेल ने लगभग दो माह के भीतर कार्रवाई कर पीड़ित व्यापारी के खाते में दस लाख से अधिक की धनराशि को खाते में वापस कराया. वहीं एसपी अजय गणपति का पीड़ित व्यापारी ने रुपए वापस कराने पर आभार व्यक्त किया है.
एसपी अजय गणपति ने बताया कि 28 अक्टूबर 2024 को बनबसा मीना बाजार व्यापारी पंकज कुमार अग्रवाल ने तहरीर दे बताया कि साइबर अपराधी ने उनके खाते की लिमिट बढ़ाने की बात कह कर उनके खाते से दस लाख से अधिक की धनराशि उड़ा डाली. जिस पर बनबसा थाना पुलिस एसओजी व साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई कर धनराशि जिन खाते में ट्रांसफर हुई, ऐसे तीन खाते चिन्हित किया. जिनमें तीनो को नोटिस जारी कर अमीनाबाद उत्तर प्रदेश के पीयूष उर्फ पारस थापा को मुख्य अपराधी के रूप में गिरफ्तार किया गया. वहीं पीड़ित व्यापारी के खाते दस लाख तीस हजार छ सौ उन्यासी रुपए की राशि वापस कराई गई. पुलिस अधीक्षक ने उक्त मामले में बनबसा थानाध्यक्ष एसओजी प्रभारी सर्विलांस व साइबर सेल टीम की सराहना की है. साथ ही साइबर अपराध से बचने हेतु अलर्ट रहने की सभी से अपील की है.
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