नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा दो क्षेत्र के शिवा ढाबे से नाबालिग कुणाल के अपहरण और उसके बाद हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक युवती सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, आरोपी ब्याज पर लिए ढाई लाख रुपए के तकादे से परेशान था. दोनों आरोपियों ने एक महीने पहले एक वेबसेरीज़ देख कर हत्या की योजना बनाई थी. आरोपियों ने हत्या की योजना के लिए अपने मित्र व उसकी महिला मित्र के साथ साजिश रची थी.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर गौतम बुद्धनगर बबलू सिंह ने बताया कि रबूपुरा के मियाना गांव निवासी कृष्ण कुमार शर्मा का थाना बीटा दो में सीएनजी पंप के पास शिवा ढाबा है. 1 मई को ढाबे पर कृष्ण कुमार शर्मा का 15 वर्षीय बेटा कुणाल शर्मा हाथ बंटाने के लिए ढाबे पर बैठा था. दोपहर करीब सवा दो बजे मनोज (जो कुणाल की मौसी का लड़का है) अपने साथियों के साथ ढाबे पर पहुंचा.
मनोज के साथ कार में हिमांशु, कुणाल भाटी और एक महिला भी ढाबे पर पहुंची. जहां से महिला अपने साथ कुणाल को लेकर गाड़ी के पास पहुंची और वहीं से सभी गाड़ी में बैठकर फरार हो गए. कुछ देर बाद ढाबे पर पहुंचे कृष्ण कुमार शर्मा ने कुणाल की काफी तलाश की. उसका मोबाइल नंबर बंद आ रहा था. कुणाल को गाड़ी में लेकर जाते हुए एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया, जिसमें सभी जाते दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद उन्होंने थाना बीटा दो पुलिस से अपहरण की शिकायत की. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. इसी बीच 5 मई को जिला बुलंदशहर के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव जलपुरा उर्फ जलखेड़ा के पास नहर में कुणाल का शव मिला.
मुठभेड़ के बाद आरोपी गिरफ्तार
एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि थाना बीटा दो पुलिस व स्वाट टीम ने बीती रात मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों को दादरी थाना क्षेत्र के गांव मायचा की मडैया निवासी मनोज शर्मा व जिला बुलंदशहर के थाना अगौता निवासी हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने थाना कासना के डाढ़ा गांव निवासी कुणाल भाटी व घटना में शामिल महिला को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने शव को लेकर जाने वाला बैग, कार, कपड़े व कुणाल का मोबाइल सहित अन्य सामान भी बरामद कर लिया है.
ये भी पढ़ें : नोएडा में मेट्रो स्टेशन गेट के बाहर मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, हत्या की आशंका
ब्याज पर लिए रुपये के तकादे से आरोपी परेशान
एडिशनल पुलिस कमिश्नर बबलू सिंह ने बताया कि जनवरी 2024 में शिवा ढाबे को मनोज चलता था. मनोज कुणाल की मौसी का लड़का है. उसने अपने मौसा कृष्ण कुमार शर्मा से ब्याज पर रुपये ले रखे थे. रुपये न लौटने की एवज में कृष्ण कुमार शर्मा ने शिवा ढाबे का संचालन अपने हाथ में ले लिया और अपने बेटे कुणाल को हाथ बटाने के लिए ढाबे पर लाने लगा. साथ ही मनोज ने आरोपी हिमांशु को अपने मौसी कृष्ण कुमार शर्मा से ₹2,00,000 ब्याज पर दिला दिए थे.
हिमांशु द्वारा रुपये न चुकाने पर कृष्ण कुमार ने उनकी कार को अपने पास रख लिया. इसी बात से नाराज होकर हिमांशु और मनोज ने कृष्ण कुमार शर्मा के बेटे कुणाल की हत्या की योजना बनाई. इस योजना में मनोज ने बताया कि कृष्ण कुमार के बेटे की हत्या हो जाने के बाद कृष्ण कुमार शर्मा शिवा ढाबे का संचालन नहीं कर पाएगा. इसके बाद हम सभी इस ढाबे का संचालन करेंगे और रुपये भी नहीं देने पड़ेंगे. इसी को देखते हुए मनोज, हिमांशु और कुणाल भाटी व एक महिला ने हत्या की योजना बनाई.
वेब सीरीज देखकर बनाई हत्या की योजना
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वेब सीरीज को देखा था. इसमें हत्या करने, हत्या के बाद सबूत मिटाने व गाड़ी के स्टीकर बदलने सहित तरीके की योजना वेब सीरीज को देखकर बनाई. उसी के आधार पर पहले कुणाल का अपहरण किया. उसके बाद उसे नोएडा एक फ्लैट में ले गए. वहां पर उसके साथ मारपीट करते हुए सिर में जोरदार चोट मारी. इससे उसकी मौत हो गई. मौत के बाद कुणाल के शव को एक बैग में रखकर उसी रात में ही बुलंदशहर नहर के पास जाकर पानी में फेंक दिया और फिर उसके कपड़े और मोबाइल भी छुपा दिये.
ये भी पढ़ें : कुणाल हत्याकांड को लेकर सपा प्रतिनिधि मंडल ने की लक्ष्मी सिंह से मुलाकात, कमिश्नर ने दिया शीघ्र खुलासे का आश्वासन