कोटा. प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस और कोटा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की आयोजित नीट यूजी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर था. इसको लेकर कलेक्ट्रेट चौराहे पर कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने पुलिस की लगाई बेरिकेडिंग को हटाकर कलेक्ट्रेट में प्रवेश की कोशिश की थी.
इस मामले को लेकर पुलिस और कांग्रेसियों के बीच काफी देर तक बहस और धक्का मुक्की भी हुई. पुलिस ने बाद में वाटर कैनन से भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की. इसके बावजूद कांग्रेस नेता बैरिकेडिंग के सामने जमे हुए थे. ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. इस उग्र प्रदर्शन में अब पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें एक मुकदमे में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस विधायकों को आरोपी बनाया है. जबकि दूसरे मुकदमे में पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल व कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया है.
पहले मामले में डोटासरा, जूली आरोपी व एमएलए आरोपी, सीआईडीसीबी करेगी जांच : कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई गई थी. इसमें उग्र प्रदर्शन कांग्रेस नेताओं ने किया और पुलिस से टकराव की स्थिति भी बन गई थी. इसलिए पुलिस अधिकारी व कर्मी की शिकायत पर ही कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. नयापुरा थाना पुलिस ने दर्ज मुकदमे में पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मंत्री व विधायक हिंडोली अशोक चांदना, पीपल्दा विधायक चेतन पटेल कोलाना, केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी और कोटा देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह आरोपी है. यह रिपोर्ट नयापुरा थाना अधिकारी लक्ष्मी चंद वर्मा की शिकायत पर दर्ज हुई है. इसमें बताया कि कांग्रेस की रैली में 2000 लोग थे, जिन्हें हिंडोली विधायक अशोक चांदना ने उत्तेजित किया. इसके बाद यह लोग कलेक्ट्रेट पहुंच गए. जहां पर पुलिस ने इनसे समझाइश का प्रयास किया, लेकिन यह नहीं माने. इस मामले में पुलिस से धक्का मुक्की, गाली गलौज और राज कार्य में बाधा का आरोप लगाया है. इस मामले में अधिकांश आरोपी विधायक हैं, ऐसे में इनकी जांच पड़ताल सीआईडी सीबी जयपुर को सौंपी जाएगी.
दूसरे मामले में प्रहलाद गुंजल, भानु प्रताप सिंह सहित कई आरोपी : पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय राजेश सोनी के अनुसार दूसरे मामले में हेड कांस्टेबल शेर सिंह रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इस मामले में 16 नाम और शेष अन्य आरोपी हैं. हेड कांस्टेबल शेर सिंह ने शिकायत दी थी कि वह अंबेडकर मूर्ति के नजदीक कलेक्ट्रेट चौराहे पर ड्यूटी कर रहा था. इस दौरान कांग्रेस नेता प्रदर्शन करते हुए आए और उसके साथ छीना झपटी व मारपीट की और उसको मुक्के मारे हैं जिसके चलते उसे काफी दर्द हो रहा है.इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है व शेर सिंह का मेडिकल करवाया जाएगा. यह जांच नयापुरा थाना पुलिस ही करेगी. इसमें प्रहलाद गुंजल, भानु प्रताप सिंह, रविंद्र त्यागी, नईमुद्दीन गुड्डू, मोइजुद्दीन गुड्डू, मंजूर तंवर, असरार अहमद, विजय प्रताप सिंह पानाहेड़ा, विशाल मेवाड़ा, पवन मीणा, शिव प्रकाश नागर, धनराज, जगरूप सिंह रंधावा, नरेश मीणा, बबलू कसाना और आबिद कागजी सहित अन्य कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है.
कई नेताओ को लिया था निशाने पर : सर्किट हाउस के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक चल धरने पर कांग्रेस नेताओं ने संबोधित किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व मंत्री मदन दिलावर, कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला सहित अन्य भाजपा नेताओं पर जुबानी हमले किए. इसके अलावा कांग्रेस नेताओं ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को धमकाया भी था.