औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में साजिश के तहत यूपी के व्यापारी से साढ़े 29 लाख रुपये हड़पने के मामले में पुलिस को सफलता मिली है. घटना के कुछ घंटों के बाद ही पुलिस ने रोडवेज बस के चालक, कंडक्टर और एक पूर्व स्टॉफ को गिरफ्तार किया है. पुलिस उसके पास 29 लाख 50 हजार रुपये भी बरामद किया है. फिलहाल घटना के हर बिंदु पर पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है.
औरंगाबाद में बस चालक सहित तीन गिरफ्तार: गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बस के कंडक्टर बारूण थाना क्षेत्र के सिरिस गांव निवासी रवि रंजन सिंह, चालक गया ज़िले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के लखौमपुर गांव निवासी मो. शाहिद हुसैन एवं पूर्व स्टाफ देव थाना क्षेत्र के देव निवासी धनंजय सिंह के रूप में की गई है. दरअसल, कुरियर में व्यापारी के पैसे ले जाने के क्रम में बस के स्टाफ ने पैसे रखकर फर्जी लूट की कहानी बना दी थी.
पूर्व स्टाफ के घर छुपाया था रुपये: बताया जाता है कि चेतक रोडवेज झारखंड के धनबाद से 29 लाख 50 हजार रुपयों का पार्सल लेकर रोहतास ज़िले के सासाराम के लिए निकली थी. बीच रास्ते में देव मोड़ के समीप चालक, कंडक्टर एवं पूर्व स्टॉफ ने योजना के तहत उन रुपयों को पूर्व स्टाफ धनंजय सिंह के घर पर छुपा दिया और रुपयों के मालिक को फोन कर बताया कि सारे रुपये को डायल 112 टीम की पुलिस ने मारपीट कर लूट लिया है.
"घटना की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुऐ कंडक्टर चालक एवं पूर्व स्टाफ को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से लूट का 29.50 लाख रूपये भी बरामद किया गया है." -संजय कुमार पांडे, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी
पुलिस ने किया खुलासा: उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले के पनियरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सतगुर निवासी संतोष कुमार जायसवाल ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी. कांड की गंभीरता के आधार पर पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी - 01 संजय कुमार पांडे एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी - 02 अमित कुमार के नेतृत्व एक विशेष टीम का गठन किया गया. घटना के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने रुपयों के साथ इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
"देश के अलग-अलग राज्यों में करोबार है. इसके पहले भी वे विश्वास और भरोसे पर चालक और कंडक्टर के माध्यम से पैसों की पार्सल डिलेवरी हुई है. ये रुपए धनबाद के रहने वाले फर्म स्टाफ सीबू कुमार प्रामाणिक उर्फ विशाल के द्वारा आसपास से नगद कलेक्शन करके भेजा था. जिसे सासाराम पहुंचाने की ज़िम्मेदारी कंडक्टर को दी गई थी."-संतोष कुमार जायसवाल, निदेशक, सिद्धिविनायक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश
डायल 112 पर लगाया था आरोप: उत्तर प्रदेश के सिद्धिविनायक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष कुमार जायसवाल ने बताया कि शातिर बस चालक अपने दो साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया है. व्यापारी ने बताया कि आरोपियों ने मामले में डायल -112 की टीम पुलिस को आरोपित बनाया था. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी इसमें योजना थी कि ये आरोप पुलिस पर लगेगी तो मालिक रुपयों की खोजबीन नहीं करेगे और इसके बाद रुपयों को आपस में बांट लेंगे.
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