बलौदा बाजार: बलौदा बाजार के पलारी थाना क्षेत्र में एक 17 साल की बच्ची की शादी कराई जा रही थी. सभी रस्मों की अदायगी हो रही थी. इस बीच शादी समारोह में अचानक पुलिस की एंट्री होती है और सबकुछ शांत हो जाता है. पुलिस के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और शादी रुकवाई गई. इस दौरान अधिकारियों ने बच्ची के परिजनों को समझाइश दी.
पुलिस को देख घरवालों के उड़े होश: दरअसल, ये पूरा मामला बलौदा बाजार पलारी थाना क्षेत्र का है. यहां के दतान ग्राम में एक 17 साल 3 माह की बच्ची का विवाह होने जा रहा था. बेटी की हाथ में हल्दी और मेहंदी लग चुकी थी. पूरा परिवार शादी की खुशी में झूम रहा था. कुछ घंटों बाद बेटी की बरात आने वाली थी, जिसकी तैयारी में परिवार जुटा हुआ था.तभी पलारी महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी नीरज ठाकुर पलारी पुलिस थाना के एएसआई राजेश कुमार सेन को लेकर शादी घर में पहुंचे. पुलिस और महिला बाल विकास के अधिकारियों को देख कर घरवालों के होश उड़ गए.
परिजनों को समझाईश देकर रोका गया विवाह: इसके बाद अधिकारियों ने बच्ची के माता-पिता से बच्ची की शादी रोकने को कहा, जिस पर घर वाले बच्ची के बालिग होने की बात कहने लगे. तब अधिकारियों ने उन्हें बच्ची के स्कूल प्रमाण पत्र दिखाकर उन्हें सच बताया. इसके बाद पिता और परिवार ने बेटी की ऐसे एन वक्त पर शादी रोकने में असमर्थता जताई. इसके बाद परिजनों को नौ माह बाद शादी करने की बात समझाई गई. साथ ही बाल विवाह कराने के बाद होने वाले सजा के बारे में बताया. काफी समझाईश के बाद शादी को रोका गया.
बाल विवाह को रोकने के लिए गांव में होने वाली शादियों पर हमारे विभाग की नजर रहती है. हम वर वधु के उम्र का पता स्थानीय लोगों और कोटवार के माध्यम से करते हैं. पहले घर वालों को समझाकर इन्हें रोकने को कहा जाता है, जब नहीं मानते तो उसके लिए आगे की कार्रवाई की जाती है. -नीरज ठाकुर, अधिकारी, महिला बाल विकास परियोजना
5 माह पहले ही हो चुकी थी सगाई: बताया जा रहा है कि नाबालिक बच्ची की सगाई 5 माह पहले ही हो चुकी थी. हालांकि किसी ने ध्यान नहीं दिया. वहीं, बारात आने की सूचना पर अधिकारी बच्ची के घर पहुंचे और बाल विवाह होने से रोका.