श्रीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय रघुनाथ कीर्ति परिसर देवप्रयाग का वर्चुअली लोकार्पण किया. इस दौरान योग गुरु बाबा रामदेव, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी परिसर में मौजूद रहे. यह परिसर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का 13वां परिसर है. इस परिसर को बनाने में केंद्र सरकार ने 140 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की है. यह उत्तराखड़ का पहला संस्कृत विश्वविद्यालय भी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उद्घाटन करते हुए कहा कि संस्कृत शिक्षा अब स्वरोजगार और रोजगार का बड़ा माध्यम बन रही है. वहीं, कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि इस साल केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ढाई सौ अध्यापकों की नियुक्तियां की जाएंगी उन्होंने इस परिसर में कक्षा 6 से लेकर 10वीं तक चल रहे पुराने विद्यालयों को अधिग्रहण करने की घोषणा भी की.
प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन और पत्रिका का किया गया विमोचन: इस अवसर पर प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन भी किया गया. साथ ही परिसर की त्रिभाषीय अर्द्ध वार्षिक पत्रिका 'देवभूमि सौरभम्' और साहित्य विभाग की पत्रिका 'काव्यलक्षणविमर्श' का भी विमोचन किया गया.
वहीं, योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि संस्कृत के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. उनका संस्थान संस्कृत के छात्रों को शत प्रतिशत रोजगार देने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का डंका बज रहा है. जो हमारे लिए सौभाग्य की बात है.
गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 500 साल पुराने उस काले अध्याय का पटाक्षेप किया है. जबकि, श्रीराम के मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाया गया था. आज उन्होंने राम लला को अपने घर में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है. जिसके लिए पीएम मोदी बधाई के पात्र हैं.
ये भी पढ़ें-