वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संत रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर पहुंचकर उनकी प्रतिमा का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, मैं बनारस में आप सब का स्वागत भी करूं और आप सभी की सुविधाओं का खास खयाल भी रखूं. ये मेरा दायित्व है.
गुरु के जन्म तीर्थ पर उनके सब अनुयायियों की सेवा करना मेरे लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है. रविदास जी की शिक्षाओं को प्रचारित, प्रसारित करने के लिए नए केंद्रों की स्थापना भी हो रही है. बनारस के विकास के लिए सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होने जा रहा है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आप सभी रविदास की जयंती के पर्व पर इतनी दूर से आते हैं. खासकर मेरे पंजाब से इतने भाई बहन आते हैं कि बनारस खुद भी मिनी पंजाब जैसा लगने लगता है. यह सब संत रविदास जी की कृपा से ही संभव होता है. मुझे रविदास जी बार-बार अपनी जन्मभूमि पर बुलाते हैं.
मुझे उनके संकल्पों को आगे बढ़ाने का मौका मिला है. उनके लाखों अनुयायियों की सेवा का अवसर मिला है. गुरु के जन्म तीर्थ पर उनके सब अनुयायियों की सेवा करना मेरे लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है. यहां के सांसद होने के नाते, काशी का जन प्रतिनिधि होने के नाते मेरी विशेष जिम्मेदारी भी बनती है.
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मुझे अपने दायित्वों को पूरा करने अवसर मिला: उन्होंने कहा कि, मैं बनारस में आप सब का स्वागत भी करूं और आप सभी की सुविधाओं का खास खयाल भी रखूं. ये मेरा दायित्व है. मुझे खुशी है कि आज इस पावन दिन पर मुझे इन दायित्वों को पूरा करने का अवसर मिला है. आज बनारस के विकास के लिए सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होने जा रहा है.
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इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुखद और सरल होगी. साथ ही संत रविदास जी की जन्मस्थली के विकास के लिए भी कई करोड़ रुपयों की योजनाओं का लोकार्पण हुआ है. मंदिर और मंदिर क्षेत्र का विकास, मंदिर तक आने वाली सड़कों का निर्माण, इंटरलॉकिंग और ड्रेनेज का काम, भक्तों के लिए सत्संग और साधना करने के लिए प्रसाद ग्रहण करने के लिए अलग-अलग व्यवस्थाओं का निर्माण हुआ है.
संत रविदास म्यूजियम की आधारशिला रखी गई: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, इन सब से आप सभी लाखों भक्तों को सुविधा होगी. माघ पूर्णिमा के मौके पर यात्रा में श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक सुख तो मिलेगा ही. उन्हें कई परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा. आज मुझे संत रविदास जी की नई प्रतिमा के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला है. संत रविदास म्यूजियम की आधारशिला भी आज रखी गई है.
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मैं आप सभी को इन विकास कार्यों की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं. देश और दुनिया के सभी श्रद्धालुओं को संत रविदास जी की जन्म जयंती और माघ पूर्णिमा की हार्दिक बधाई देता हूं. आज महान समाज सुधारक गाडगे बाबा की जन्म जयंती भी है. उन्होंने संत रविदास की तरह ही समाज को रूढ़ियों से निकालने के लिए, दलितों-वंचितों के कल्याण के लिए बहुत काम किया था.
मेरा मन कृतज्ञता से भरा हुआ था: पीएम मोदी ने कहा कि, खुद बाबा साहब आंबेडकर उनके बहुत बड़े प्रशंसक थे. गाडगे बाबा भी बाबा साहब से बहुत प्रभावित रहते थे. आज मैं उनके चरणों में भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं. मैं संत रविदास जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने और प्रणाम करने गया था. उस समय मेरा मन जितनी श्रद्धा से भरा था, उतनी ही कृतज्ञता से भरा हुआ था.
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वर्षों पहले जब मैं न राजनीति में था, न किसी पद पर था तब भी संत रविदास जी की शिक्षाओं से मुझे मार्गदर्शन मिलता था. मेरे मन मे ये भावना होती थी कि मुझे रविदास जी की सेवा का अवसर मिले. आज काशी ही नहीं देश की दूसरी जगहों पर भी संत रविदास से जुड़े संकल्पों को पूरा किया जा रहा है.
रविदास जी भक्ति आंदोलन के महान संत थे: रविदास जी की शिक्षाओं को प्रचारित, प्रसारित करने के लिए नए केंद्रों की स्थापना भी हो रही है. अभी कुछ दिन पहले ही मुझे मध्य प्रदेश के सतना में भी संत रविदास स्मारक एवं कला संग्रहालय के शिलान्यास का सौभाग्य मिला था. काशी में तो विकास की पूरी गंगा ही बह रही है.
भारत का इतिहास रहा है जब भी देश को जरूरत हुई है कोई न कोई संत, ऋषि, महान विभूति भारत में जन्म लेते हैं. रविदास जी तो उस भक्ति आंदोलन के महान संत थे, जिसने कमजोर और विभाजित हो चुके भारत को नई ऊर्जा दी थी. रविदास जी ने समाज को आजादी का महत्व भी बताया था और सामाजिक विभाजन को भी पाटने का काम किया था.