अजमेर. पीएम नरेंद्र मोदी आज अजमेर और नागौर लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा में संबोधित करेंगे. राजनीतिक दृष्टि से मोदी की आज होने वाली सभा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. पीएम मोदी इस बार ब्रह्मा मंदिर और सरोवर की पूजा-अर्चना नहीं करेंगे. पिछली बार जब मोदी अजमेर आए थे, तब उन्होंने ब्रह्मा मंदिर और सरोवर की पूजा-अर्चना की थी. बीजेपी संगठन महामंत्री ने इसे लेकर बयान दिया है.
पुष्कर में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी सभा कर रहे हैं. इससे पहले किसी किसी भी प्रधानमंत्री ने पुष्कर में सभा नहीं की है. सुरक्षा एजेंसियों ने सभास्थल, मेला ग्राउंड और हेलीपैड को सुरक्षा की दृष्टि से अपने कब्जे में ले लिया है. इधर भाजपा संगठन की ओर से भी मोदी की सभा में अधिक से अधिक लोगों को लाने की तैयारियां जारी हैं. बीजेपी नेताओं का दावा है कि मोदी को सुनने के लिए 1 लाख के करीब लोग पुष्कर आएंगे.
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बीजेपी के संगठन महामंत्री जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि मोदी की सभा में अजमेर और नागौर जिले से बड़ी संख्या में लोग पुष्कर आएंगे. इसके लिए प्रत्येक विधानसभा और उनमें प्रत्येक बूथ पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई. सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आने के सवाल पर गोठवाल ने कहा कि बीजेपी कोर कमेटी ने बड़े नेताओं को कलस्टर के हिसाब से चुनाव में काम करने के लिए दायित्व दिया है.
वे अपने कलस्टर क्षेत्र में रहकर दायित्व निभा रहे हैं. पुष्कर में मोदी की सभा में हारे-जीते हुए विधायक, कलस्टर प्रभारी, लोकसभा क्षेत्र प्रभारी शहर, देहात भाजपा अध्यक्ष, जिला महामंत्री, निकाय अध्यक्ष, पार्षद, जिला प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, मंडल अध्यक्ष, प्रधान आदि जनप्रतिनिधि और संगठन की पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. गोठवाल ने यह भी बताया कि केवल नागौर और अजमेर लोकसभा क्षेत्र के लिए यह सभा हो रही है.
मोदी के सभा के राजनीतिक मायने: राजस्थान कि भौगोलिक स्थिति को देखें, तो अजमेर राजस्थान की ह्रदय स्थली है. यानी मारवाड़, मेवाड़, ढूंढाड़, हाड़ौती के बीच अजमेर है. दूसरा धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से पुष्कर का अंतरराष्ट्रीय पहचान है. इस लिहाज से पुष्कर में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा के मायने भी व्यापक हैं. पुष्कर में मोदी की सभा पर देश भर के हिंदुओं की नजर रहेगी.
ब्रह्मा मंदिर और सरोवर में पूजा-अर्चना नहीं कर पाएंगे मोदी: गोठवाल ने बताया कि पिछली बार जब मोदी ने अजमेर में सभा की थी, उस समय ब्रह्मा मंदिर में दर्शन करने और सरोवर की पूजा-अर्चना मोदी ने की थी. लेकिन इस बार चुनाव आयोग राजनेताओं के धार्मिक स्थल पर जाने को आचार संहिता से जोड़कर देख रहा है. इस लिहाज से यह उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं रहेगा. उन्होंने बताया कि मोदी दोपहर तक पुष्कर पहुचेंगे. इसके बाद उनकी दो और सभाएं होगी.