शिवपुरी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना पीएम जनमन योजना (Pm janman yojna) के अंतर्गत शिवपुरी (shivpuri) में पहला आवास बनकर तैयार हो गया है.जनपद के कलोथरा पंचायत के भागचंद्र आदिवासी ने पीएम जनमन आवास योजना का लाभ लेते हुए ये घर बनाया है. ये योजना अति पिछड़ी जनजातियों के उत्थान से सम्बंधित है. इस योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक लाख से ज्यादा आवास 15 जनवरी को स्वीकृत कर राशि जारी की थी.
शासन-प्रशासन का मिला भरपूर सहयोग : भागचंद्र आदिवासी
भागचंद्र आदिवासी ने अपने घर का काम पूरा होने पर कहा, 'आवास के निर्माण में प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला, ग्राम पंचायत के माध्यम से कारीगर की उपलब्धता, शासन निर्देशानुसार लेआउट समय पर डलना, आवास निर्माण सामग्री कम दाम और बेहतर गुणवत्ता की चीजों की समय पर उपलब्धता के कारण मैं देश में सर्वप्रथम पीएम जनमन आवास का निर्माण करने में सफल रहा.'
पीएम मोदी के दिल से दुआ दी
भागचंद्र आदिवासी ने भावुक होकर पीएम मोदी (Pm modi) को धन्यवाद और दिल से दुआ दी. भागचंद्र ने कहा, ' मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरा भी पक्का मकान होगा. और इतना अच्छा आवास होगा, जिसे पूरे कलोथरा पंचायत के लोग देखने आ रहे हैं. इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और पूरे प्रशासन को धन्यवाद देता हूं.'
जनमन योजना से मिला था इतना पैसा
भागचंद्र आदिवासी ने आवास योजना से मिले पैसें से घर बनाने का सामान खरीदा था और फिर पत्नी रामकुंवर आदिवासी और अपने दोनों लड़कों के साथ दिनरात इसे बनाने में मेहनत की. इस आवास के बनने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है, लोग ये कहते नहीं थक रहे कि भागचंद्र के भाग खुल गए हैं. भागचंद्र ने बताया कि पीएम जनमन आवास योजना से उन्हें 2 लाख रु आवास सामग्री के लिए, 19,890 रु मनरेगा मजदूरी के रूप में और 12 हजार रु शौचालय निर्माण के लिए मिले. इस प्रकार कुल 2 लाख 31,890 रु सरकार ने उन्हें प्रदान किए.
Read more- |
शासन ने लगातार की मॉनिटरिंग
इस आवास के निर्माण में मप्र के आवास योजना के डायरेक्टर केदार सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा. प्रतिदिन फोटो के माध्यम से उन्होंने घर के कार्यों की मॉनिटरिंग की. इसके अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत उमराव सिंह मरावी , सहायक यंत्री सतेंद्र कुशवाह, सब इंजीनियर एमपी सिंह, पीसीओ श्यामलाल जाटव, सरपंच रामश्री आदिवासी, सचिव ब्रजेश शर्मा, जीआरएस सुनील धाकड़ का भी विशेष योगदान रहा.