नाहन: हिमाचल प्रदेश समेत जिला सिरमौर में भी इस साल प्रचंड गर्मी के मौसम में आग की घटनाओं ने जंगलों को गहरे जख्म दिए हैं. जंगलों में कई बेशकीमती पेड़, दुर्गम जड़ी-बूटियां समेत कई जानवर भी आग की भेंट चढ़ गए. प्रदेश का हरा सोना इन गर्मियों में धू-धू कर जला है. वहीं, अब इस नुकसान की भरपाई करने के लिए मानसून सीजन के दौरान वन विभाग पौधरोपण के जरिए धरती मां का श्रृंगार करने का अभियान शुरू करेगा. फायर सीजन खत्म होते ही मानसून का सीजन शुरू हो गया है और बरसात के मौसम में वन विभाग द्वारा जिलेभर में पौधरोपण किया जाएगा.
700 हेक्टेयर में होगी प्लांटेशन
नाहन वन वृत के अरण्यपाल वसंत किरण बाबू ने बताया कि प्रदेश में फायर सीजन खत्म हो चुका है. जिसके बाद अब मानसून के दौरान पौधरोपण का काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस साल मानसून सीजन में नाहन सर्कल के तहत 4 डिवीजन पांवटा साहिब, राजगढ़, नाहन और श्री रेणुका जी में 400 हेक्टेयर में नए पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ-साथ लगभग 300 हेक्टेयर में मेंटेनेंस के तहत काम किया जाएगा. यानी मानसून के इस मौसम में कुल 700 हेक्टेयर में प्लांटेशन का काम वन विभाग द्वारा शुरू किया जाएगा.
विभिन्न योजनाओं में होगी प्लांटेशन
नाहन वन वृत के अरण्यपाल वसंत किरण बाबू ने बताया कि 400 हेक्टेयर क्षेत्र में यह प्लांटेशन अलग-अलग योजना में की जाएगी. इसमें 150 हेक्टेयर स्कीम के तहत एक हेक्टेयर क्षेत्र में 1100 पौधे लगाए जाएंगे. दूसरी स्कीम के तहत एक हेक्टेयर में करीब 500 लंबे पौधे लगाए जाएंगे. जबकि अन्य स्कीम में एक हेक्टेयर में 800 पौधे रोपे जाएंगे.
नाहन सर्कल में 255 आग लगने की घटनाएं
बता दें कि इस फायर सीजन में नाहन सर्कल के तहत जंगलों में 255 आग की घटनाएं सामने आई हैं. जो प्रदेश भर में नुकसान की दृष्टि से तीसरे स्थान पर रहा है. जिससे जिले भर में करीब 35 लाख रुपए की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. अब विभाग इन जख्मों की भरपाई जंगलों में नए पौधे लगाकर करने का प्रयास करेगा, ताकि मानसून सीजन में एक बार फिर जंगलों को हरा-भरा बनाया जा सके.
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