कानपुर: शहर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित आईआईटी कानपुर में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया. जब स्टूडेंट व कैंपस में मौजूद लोगों को इस बात की जानकारी हुई की अर्थ साइंस से पीएचडी कर रही एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. घटना की जानकारी मिलते ही एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से घटना स्थल से साक्ष्य जुटाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है.
हॉस्टल के कमरे में मिला शवः जानकारी के मुताबिक, चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सनिगवां के रहने वाले गोविंद गुप्ता की बेटी प्रगति ने आईआईटी कानपुर में साल 2021 में एडमिशन लिया था और हॉस्टल में रहकर अर्थ साइंस से पीएचडी कर रही थी. गुरुवार की सुबह कमरे की सफाई करने पहुंची वार्डन ने प्रीति के कमरे को खटखटाया. काफी देर तक जब प्रीति का कमरा नहीं खुला तो वार्डन ने इसकी जानकारी आईआईटी प्रशासन को दी. कमरे का दरवाजा तोड़ने के बाद जब आईआईटी प्रशासन के लोग अंदर पहुंचे तो देखा कि प्रगति का शव पड़ा था. जैसे ही इस बात की जानकारी हॉस्टल में मौजूद स्टूडेंट और लोगों को हुई तो पूरे आईआईटी परिसर में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आईआईटी प्रशासन ने इसकी सूचना कल्याणपुर पुलिस को दी. सूचना मिलते ही एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है. इसके साथ ही पुलिस ने छात्र के दोस्तों और कैंपस में मौजूद लोगों से पूछताछ भी की है. पुलिस ने पूछताछ के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
सुसाइड नोट में खुद को बताया जिम्मेदार
पीएचडी छात्रा प्रगति ने करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा उसने लिखा कि मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं उसने अपने दोस्तों के लिए लिखा कि आप लोगों ने मुझे बहुत सहयोग किया, थैंक्स. एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे ने बताया कि करीब 12:00 के आसपास पुलिस को सूचना मिली थी कि आईआईटी कानपुर की एक शोध छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है. जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी गई है. पुलिस द्वारा इस पूरे मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
दिसंबर 2023 से लेकर अभी तक इन्होंने चुनी मौत
- दिसंबर 2023 के तीसरे हफ्ते में उड़ीसा निवासी शोध फैकल्टी सदस्य डा.पल्लवी ने सुसाइड की.
- जनवरी 2024 के पहले हफ्ते में मेरठ निवासी पीएचडी छात्र विकास मीणा ने सुसाइड की.
- 18 जनवरी 2024 को झारखंड की पीएचडी छात्रा प्रियंका जायसवाल ने सुसाइड की.
- 10 अक्टूबर 2024 को कानपुर निवासी पीएचडी छात्रा प्रगति खार्या ने सुसाइड की.
अकेलेपन को लेकर प्रगति ने चुनी मौत
कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने कैम्पस के प्रोफेसरों व साथी छात्रों से पूछताछ की तो यह जानकारी मिली की प्रगति ने अकेलेपन के चलते मौत का रास्ता चुना. प्रगति के परिजनों का कहना था कि जिस कैम्पस में हजारों की संख्या में छात्र पढ़ते हैं, वहां कोई कैसे खुद को अकेला महसूस कर सकता है? जहां यह दावा किया जाता है कि समय-समय पर संस्थान के वरिष्ठ प्रोफेसर छात्रों से काउंसिलिंग को लेकर सीधा सवाल-जवाब करते हैं. उस आईआईटी कानपुर में अपने करियर को लेकर छात्र मौत की ओर क्यों बढ़ेंगे? प्रगति की मौत के बाद से परिजनों का जहां रो-रोकर बुरा हाल था. वहीं, उनका कहना था कि बेटी खुशमिजाज स्वभाव की थी. खुद आईआईटी के प्रोफेसरों ने भी कहा, कि प्रगति का परफार्मेंस तक शानदार था. अब तो कैम्पस के माहौल को लेकर कई सवाल भी उठने लगे हैं. जिनका जवाब देने से आईआईटी के प्रशासनिक अफसर हमेशा की तरह बचते नजर आ रहे हैं.
निश्चित तौर पर यह दु:खद खबर है. हालांकि, अब हम कैम्पस के काउंसिलिंग सेंटर को मेंटल वेलनेस सेंटर में बदलेंगे. हम हमेशा छात्रों को बेहतर माहौल देंगे.जिससे वह केवल अपनी पढ़ाई व संस्थान की अन्य गतिविधियों में शानदार परफार्म कर सकें.-
प्रो.मणींद्र अग्रवाल, निदेशक, आईआईटी कानपुर