पलामू: टैंकर ड्राइवर और तस्करों की मिलीभगत से पेट्रोल डीजल का एक बड़ा गोरखधंधा चल रहा है. इस गोरखधंधे का नेटवर्क झारखंड समेत कई राज्यों में फैला हुआ है. टैंकर ड्राइवर और तस्कर मिलकर पेट्रोल पंप मालिक और ग्राहकों को चूना लगा रहे है. टैंकर ड्राइवर बड़े ही चालाकी से तस्करों को पेट्रोल एवं डीजल उपलब्ध करवा रहे हैं. तस्कर टैंकर ड्राइवर द्वारा उपलब्ध पेट्रोल एवं डीजल को मिलावट कर बाजारों में बेच रहे हैं.
दरअसल, पलामू के पांकी विधायक डॉक्टर शशिभूषण मेहता का लेस्लीगंज के इलाके में पेट्रोल पंप है. मैनेजर को शक हुआ कि डिपो से पंप तक टैंकर अपना रास्ता बदल रहा है और कुछ गड़बड़ हो रही है. लगातार गड़बड़ी के शक होने के बाद मैनेजर के नेतृत्व में एक टीम टैंकर का पीछा कर रही थी. टैंकर बोकारो डिपो से तेल लेकर पलामू के लेस्लीगंज के लिए निकली थी. रांची के ओरमांझी में एक कथित लाइन होटल में टैंकर से पेट्रोल एवं डीजल को बाहर निकला गया. मैनेजर ने इस दौरान पूरी प्रक्रिया का वीडियो रिकॉर्डिंग किया जिसके बाद खुलासा हुआ है.
टैंकर से पेट्रोल डीजल निकालने के बाद मिलाया जा रहा है डिटर्जेंट
ड्राइवर और तस्कर मिलकर टैंकरों से पेट्रोल एवं डीजल की चोरी कर रहे हैं. पेट्रोल पंप पर डीजल एवं पेट्रोल को माप के अनुसार पूरा करने के लिए टैंकर में डिटर्जेंट मिलाया जा रहा है. डिटर्जेंट से झाग तैयार होता है, जिससे पम्प को यह पता नहीं चल पाता है कि कितना डीजल और पेट्रोल गायब किया गया है. टैंकर से चोरी किए गए डीजल और पेट्रोल को बाजार में 10 रुपए प्रति लीटर की कम दर पर लोगों को उपलब्ध करवाया जाता है.
टैंकर ड्राइवर जनकधारी प्रजापति ने गोरखधंधा कर पेट्रोल पंप को करीब 11.66 लाख का चूना लगाया है. इस नेटवर्क के तहत रांची के ओरमांझी में एक ढाबा के अंदर सारा खेल हुआ है. टैंकर ड्राइवर और तस्कर आपस में मिले हुए हैं और पेट्रोल पंप मालिक को चूना लगा रहे हैं. मामले में आरोपी के खिलाफ रांची में एफआईआर दर्ज करवाया गया है.- दीपक विश्वकर्मा, मैनेजर, एके फ्यूल सेंटर , लेस्लीगंज
कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क, बाहर भेजे जाते हैं पेट्रोल डीजल
पेट्रोल डीजल तस्करों का नेटवर्क झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा तक फैला हुआ है. यह नेटवर्क नेशनल हाईवे के किनारे पेट्रोल एवं डीजल बेचती है. कई जगह मिलावटी पेट्रोल डीजल को भी बेचा जाता है. एक पेट्रोल पंप के मैनेजर सुबोध ने बताया कि मालिकों को चूना लगा कर तस्कर फैक्ट्री एवं कंस्ट्रक्शन वर्क में ब्लैक से तेल को बेचते हैं. यह नेटवर्क झारखंड के अलावा कई राज्यों में पेट्रोल एवं डीजल को बेच रहा है और लाखों रुपए कमा रहा है.
ये भी पढ़ें- Diesel Loot in Ramgarh! ऑयल टैंकर दुर्घटनाग्रस्त, लोगों में सड़क पर गिरे डीजल लूटने की मची होड़