श्रीगंगानगर. भीषण गर्मी में शहर की व्यवस्थाओं का फीडबैक लेने आए जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने बुधवार को दूसरे दिन श्रीगंगानगर की धानमंडी, जीएसएस और सादुलशहर की गोशाला का निरीक्षण किया. उन्होंने सादुलशहर में ब्लॉकस्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. इस बैठक के दौरान प्रभारी सचिव के सामने ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने धूप में ही धरना शुरू कर दिया.
दरअसल, सादुलशहर की गोशाला के निरीक्षण के बाद प्रभारी सचिव पंचायत समिति में बैठक के लिए पहुंचे ही थे कि कुछ परिवादी अपनी शिकायतें लेकर आ गए. वे पंचायत समिति के बाहर अधिकारी का इंतजार कर रहे थे. इधर, अधिकारियों ने लोगों को बैठक के बाद आने के लिए कहा. इस पर फरियादियों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने धूप में ही धरना शुरू कर दिया और कहा कि प्रभारी सचिव व्यवस्थाओं का फीडबैक लेने के लिए आए हैं, लेकिन लोगों से ही नहीं मिलेंगे तो कैसा फीडबैक मिलेगा. मामला बढ़ते देख जिला कलक्टर लोकबंधु और जिला परिषद सीईओ मृदुल सिंह लोगों के बीच पहुंचे और उन्हें अंदर ले जाया गया.
व्यवस्थाएं माकूल: प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि उन्होंने दो दिन में जिले की कई जगहों का दौरा किया है. भीषण गर्मी को देखते हुए लगभग सभी व्यवस्थाएं माकूल हैं. कुछ छोटी मोटी कमियां हैं, उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिले भर में चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त है. अस्पतालों में वार्ड रिज़र्व किए गए हैं. भीषण हीट वेव के चलते जहां कूलर के साथ एसी की जरूरत है, वहां एसी लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर में पेयजल व्यवस्था नहरों पर आधारित है. नहरों में पानी मिल रहा है. ऐसे में यहां पेयजल के बड़ी समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर पेयजल की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत आई थी, जिसे ठीक करवाया जा रहा है. इस दौरान जिला कलक्टर लोकबंधु, जिला परिषद सीईओ मृदुल सिंह, सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला, एसडीएम शिवा चौधरी सहित अनेक विभागों के अधिकारी मौजूद थे.